मुरैना मध्य प्रदेश सरकार पशुपालकों को लाभ पहुंचने के उद्देश्य विभिन्न योजना चल रही है मगर ग्रामीण अंचल में पशु चिकित्सा विस्तार अधिकारी की लापरवाही चलते स्वास्थ्य व्यवस्थाएं दम तोड़ रही हैं ग्रामीण अंचल के पशु स्वास्थ्य केंद्र न ही समय पर खुलते हैं न ही पशु चिकित्सायो पर पशुओं का इलाज किया जाता है
बता दें कि मुरैना जिले में दो दर्जन से ज्यादा पशु औषधालय एवं पशु चिकित्सालय हैं जिनका उद्देश्य पशुओं का उपचार कर पशुपालन को बढ़ावा दिलवाना है मगर ग्रामीण अंचलों में पदस्थ डॉक्टर एवं अन्य स्टाफ पशु स्वास्थ्य केंद्र पर जाने की जैमत नहीं उठाते हैं जिला मुख्यालय से 25 किलोमीटर की दूरी पर स्थित देवगढ़ पशु चिकित्सालय डॉक्टरों की बाट देख रहा है मगर डॉक्टर है कि कई कई माह बीत जाने तक पशु चिकित्सालय की शुद तक नहीं लेते हैं स्टाफ के ना आने से पशुओं के इलाज के लिए आने वाली दवाइयां का वितरण भी नहीं किया जा रहा है जिससे सरकारी योजनाओं का लाभ पशुपालकों को नहीं मिल पा रहा है उपचार न मिल पाने की वजह से साधारण बीमारियों में भी पशुओं की मौत हो जाती है ग्रामीणों की इस दिशा पर प्रशासन द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
इनका कहना है
मेरे द्वारा निरीक्षण कर जांच की जाएगी जांच में दोषी पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी
उपसंचालक पशु चिकित्सालय एवं डेयरी विभाग डॉ. आरपीएस भदोरिया