काश्यप विद्यापीठ की मेधावी छात्रा रही संस्कृति सोमानी व माता किरण मनोज सोमानी का काश्यप
बदनावर।विद्यापीठ स्कूल की प्राचार्य नंदा व्यास एवं विद्यापीठ के समन्वयक विपिन जैन द्वारा पुष्पमाला से स्वागत किया वही शाल उढ़ाकर एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मान भी किया। संस्कृति सोमानी काश्यप विद्यापीठ की मेघावी छात्रा रही उन्होंने वर्ष 2008 से 2011 तक कक्षा 8वीं से 10वीं तक विद्यालय में अध्ययनरत रह कर सीबीएसई 10 वी बोर्ड परीक्षा 10 सीजीपीए से पास की । उन्होंने बताया की आगे की पढ़ाई कोटा से कर आईआईटी बनारस से बी. टेक. किया तदुपरांत 1 वर्ष जॉब कर यूपीएससी की तैयारी हेतु 36 लाख सालाना वेतन की नौकरी छोड़ दी। और अपने आई ए एस बनने के लक्ष्य पाने के लिए जुट गयी अपनी कड़ी मेहनत और लगन से उन्होंने हाल ही में यूपीएससी की परीक्षा ऑल इंडिया मे 49 वी रैंक से उत्तीर्ण की है। संस्कृति ने अपने स्कूल के दिनों को ताजा करते हुए बताया कि काश्यप विद्यापीठ में समय समय वाद-विवाद प्रतियोगिता, विचार मंच, के साथ अन्य सांस्कृतिक एवं शैक्षणिक गतिविधियों ने ही मेरी दिशा को परिवर्तित किया । इस मोके पर संस्कृति द्वारा अपनी क्लास , क्लास के सहपाठियो एवं अपने टीचर्स को याद करते हुए कई क़िस्से साझा किए गये । संस्कृति द्वारा बताया गया कि बदनावर जैसे छोटे क़स्बे में नाममात्र की फ़ीस के एवज़ में इतने अच्छे इंफ़्रास्टेक्चर और क्वालिटी एजुकेशन और वो भी इतने सालो से निरंतर प्रदान करना एक अपने आप में एक साहसी कदम है । उन्होंने बताया कि मेरी सफलता का श्रेय मेरे माता पिता एवं परिवार को जाता है । मेरे माता पिता ने हमे कभी भी बेटो से कम नहीं समझा । इसी बीच संस्कृति ने कहा की विद्यापीठ के समय भी मेरे पास स्कूल से कार्यक्रम में शामिल होने हेतु फ़ोन आया था परंतु उस समय किसी कारणवश आना नहीं हुआ।उनके द्वारा स्कूल एवं काश्यप विद्यापीठ की रजत जयंती के ऊपर बनी डॉक्युमेंट्री फ़िल्म को भी देखा गया ।संस्कृति सोमानी ने कहा इतने सालो बाद अपने स्कूल में आकर और सम्मानित होकर बहुत अच्छा लगा । विद्यालय की प्राचार्य नंदा व्यास ने कहा कि हम सभी विद्यार्थियों पर बराबर मेहनत करते हैं । विद्यालय का ध्यान हमेशा बच्चों के सर्वांगीण विकास पर रहता है हमें अपार प्रसन्नता होती है जब बच्चे अपने जीवन में सफलता हासिल कर लेते हैं ।