रायसेन।जिला अस्पताल में पदस्थ स्टाफ नर्स ने शरीफ कॉलोनी वार्ड 4 स्थित अपने सरकारी आवास में दोपहर 2 बजे फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। नर्स ने पंखे से दुपट्टे का फंदा बांधा और गले में लगाकर झूल गई। इससे उसकी मौत हो गई। पति मौके पर पहुंचा और नर्स को जिला अस्पताल लेकर गया। वहां उसे डॉक्टरों ने चेकअप के दौरान मृत घोषित कर दिया। घटना के समय बच्चे स्कूल गए हुए थे और पति भी घर पर नहीं था, इसलिए मौत के कारण सामने नहीं आ पाए हैं।
कोतवाली थाने में पदस्थ एसआई पदमा बरकड़े ने बताया कि स्टाफ नर्स सुनीता मेहरा ने आत्महत्या की है । मर्ग कायमी के बाद मामला दर्ज कर जांच में लिया है। खास बात यह है कि शहर में महज 18 दिन में ही तीन महिलाओं ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस इनमें से एक भी मामले में कारणों तक नहीं पहुंच पाई है।
29 जनवरी- युवती ने किराए के कमरे मे लगा ली थी फांसी…
शहर में किराए के कमरे में रहने वाली प्रीति गौंड पटी की युवती ने 29 जनवरी को कमरे में ही फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। नकतरा गांव के युवक का नाम भी घटना के संबंध में चर्चा में रहा।लेकिन पुलिस के मुताबिक युवती से जो मोबाइल मिला है, उसे सायबर सेल में जमा करा दिया गया है। मोबाइल से आत्महत्या के कारणों के सुराग लगने की संभावना व है। बताया गया है कि इस काम में समय लगता है।
5 फरवरी- विवाहिता ने घर में ही लगा ली थी फांसी
शहर के वार्ड 6 गवोईपुरा में रहने वाली एक 32 वर्षीय विवाहिता और 2 बच्चों की मां, राखी खरे ने अपने ही घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। राखी अपने भाई की शादी की वर्षगांठ मनाकर रात को ही घर लौटी और फांसी लगा ली।पुलिस इन युवतियों की सुसाइड से मौत के कारणों का सुराग नहीं लगा सकी है।