Sudarshan Today
khargon

खरगोन मरीजों और परिजनों से स्वास्थ्य सेवाओं के लिए कलेक्टर ने जानी प्रतिक्रियाएं

सुदर्शन टुडे न्यूज़ ब्यूरो चीफ खरगोन
अस्पताल को संवारने की जरूरत पर दिया जोर, सिविल सर्जन को रंग रोगन और व्यवस्थाएं दुरुस्त करने के निर्देश

21 चिकित्सकों के उपस्थिति रजिस्टर में हस्ताक्षर नहीं
खरगोन /नवागत कलेक्टर श्री शिवराज सिंह वर्मा शनिवार को अचानक जिला अस्पताल की वस्तुस्थिति का जायजा लेने पहुँचे। करीब 2 घंटे अस्पताल में गुजारे। इस दौरान उन्होंने हर एक व्यवस्था की जानकारी ली। जिला अस्पताल की व्यवस्थाओं के अलावा उन्होंने कई मरीजों और उनके परिजनों चर्चा कर यहां मिलने वाली स्वास्थ्य सेवाओं की प्रतिक्रिया भी जानी। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर श्री वर्मा ने अस्पताल के गलियारे में निराश बैठे 66 वर्षीय सखाराम से ऐसे बात की जैसे उन्हें वर्षाे से जानते हैं। कलेक्टर श्री वर्मा भी सखाराम के साथ नीचे पैरों पर बैठकर अस्पताल आने और परेशानी के बारे में जाना। करीब 2 मिनट सखाराम दादा से बात करने के बाद कलेक्टर श्री वर्मा ने अपना परिचय दिया। कलेक्टर श्री वर्मा ने अस्पताल स्थित हर एक व्यवस्था और सुविधाओं का जायजा लिया। ओपीडी के दौरान जो चिकित्सक अनुपस्थित पाएं गए उनकी सूची भी मांगी गई। इस दौरान एसडीएम श्री ओएन सिंह, सिविल सर्जन डॉ. अमरसिंह चौहान, सीएमएचओ डॉ. डीएस चौहान व अन्य स्टॉप मौजूद रहा। जिसका आयुष्मान कार्ड नहीं ंबना है और जरूरत है तो तुरंत बनायेनिरीक्षण की शुरुआत कलेक्टर श्री वर्मा ने आकस्मिक चिकित्सा व्यवस्था से की। इसके बाद पूरे अस्पताल के कक्षों में भी जाकर देखा। ईएनटी कक्ष में दुर्घटना में चोटग्रस्त जितेंद्र और एक अन्य मरीज से हादसे की जानकारी ली। इसके बाद कलेक्टर श्री वर्मा ने सिविल सर्जन से अस्पताल में आने वाले मरीजांे के आयुष्मान कार्ड बनाने की व्यवस्था के बारे में जाना। कलेक्टर श्री वर्मा ने कहा कि अस्पताल में आने वाले किसी भी मरीज का अगर वो पात्र है और आयुष्मान कार्ड नहीं है तो प्रक्रिया पूरी कर कार्ड आवश्यक रूप से बनाये। साथ ही यह सुनिश्चित करें कि उसका उपचार व्यवस्थित रूप हो रहा है या नहीं।
सोनोग्राफी की व्यवस्थाओं की पूरी जानकारी लीअस्पताल में सोनोग्राफी के लिए भारी संख्या में महिलाओं की भीड़ देखकर सोनोग्राफी के व्यवस्था के बारे में सिविल सर्जन से जानकारी ली। कलेक्टर ने कहा कि इस व्यवस्था को दुरुस्त किया जाना आवश्यक है। इसकी व्यवस्था के लिए पृथक से प्लान करने की जरूरत बताई। इस दौरान अपनी बारी का इंतजार कर रही इंदिरा नगर की मंगती बाई रामलाल से बैठकर समस्या जानी। उन्होंने हाथों में पर्ची देखकर दवाई गोलियों तथा जांच के लिए रुपये लेने या निशुल्क जांच करने के बारे में भी पूछा। रामलाल ने बताया कि रुपये तो नहीं लेते है लेकिन देर बहुत होती है। रामलाल ने व्यवस्थाओ से संतुष्टि जाहिर की।
दीवारों पर रंग रोगन करने की आवश्यकता बताईकलेक्टर श्री वर्मा ने अस्पताल के गलियारे से गुजरते वक्त एक स्वीपर सफाई करने लगा। यह देख कलेक्टर ने कहा कि निरंतर सफाई रखे और उसका होसलावर्धन भी किया। मरीज ने डायलिसिस मशीन की समस्या बताई। मरीज के सामने ही मशीन ऑपरेटर से जानकारी ली। डायलिसिस की समस्या से निजाद कराने के लिए भी निर्देश दिए है। यहां दीवारों पर गंदगी, कमरों में उखड़ा प्लास्टर, दीवारों के उड़े रंग और पोर्च में दीवारों के रंग रोगन कराने के निर्देश दिये हैं।
एनआरसी में एक भी बच्चा नहीं मिलानिरीक्षण के दौरान कलेक्टर श्री वर्मा जिला अस्पताल स्थित एनआरसी केंद्र का भी अवलोकन किया। इस दौरान 20 बिस्तर सभी खाली मिले। उन्होंने भारी नाराजगी व्यक्त करते हुए तुरंत कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती रत्ना शर्मा से जिले की सभी एनआरसी की जानकारी ली। उन्होंने ताकीद करते हुए कहा कि यह हाल जिला अस्पताल में ऐसा कौन सा चमत्कार हो गया है जिसके कारण जनजातीय बेल्ट होने पर भी एक भी बच्चा नहीं है। अमले को सक्रिय करें। यह बड़ी आपत्तिजनक स्थिति है।
निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने इनसे ली प्रतिक्रियाअस्पताल में कलेक्टर ने कई मरीजों और उनके परिजनों से भी सहजता से व्यवस्थाओं के बारे में भी जानकारी ली। सबसे पहले उन्होंने सखाराम फिर मंगती बाई, फिर शिवकोर, छोगालाल, बिकालाल, मुकेश, नव विवाहिता उर्मिला, आकाश और अन्य मरीजों से जानकारी ली।
इन व्यवस्थाओं को देखा
निरीक्षण के दौरान कलेक्टर श्री वर्मा ने दवाई भंडार, एक्सरे, सोनोग्राफी, डायलिसिस, कोविड आईसीयू, एसएनसीयू, पीआईसीयू, एचडीयु, ओपीडी, मेटरनिटी, दवाई भण्डार रजिस्टर, ब्लड बैंक यूनिट, भोजन शाला, ईएनटी, सिटी स्कैन आदि व्यवस्थाआंे को तफसील से देखा।इन डॉक्टरों की अनुपस्थिति पायी गईनिरीक्षण के दौरान ओपीडी में जिन डॉक्टरों की अनुपस्थिति पायी गई उनको भी संज्ञान में लिया गया है। डॉक्टरों की अनुपस्थिति को लेकर सीएमएचओ डॉ. चौहान ने कहा कि डॉ. दिलीप सेप्टा और डॉ. चेतन पठौते ओपीडी में मौजूद थे। मगर इनके द्वारा उपस्थिति रजिस्टर में हस्ताक्षर नहीं किये गए थे। जबकि अन्य डॉक्टरों में महेन्द्र बड़ोले, जेके सिंह, आशा मण्डलोई, मयंक, अनिता गोरे, राजेश सयदे, विकास तलवारे, लखन पाटीदार, विजय पाटीदार, रानु गोयल, दिगेन्द्र सिंह, चेतन चौहान, गौरव पाटीदार, रेहान खान, श्रुति पांडे, मलमास खान, प्रतिबाला साठे, अभिलास उइके, सुमित चौहान, सुदर्शन बिरले और जोसफ थामस अनुपस्थित पाये गए। व्यवस्था सुधार और नवाचारों के लिए सुझाव मांगे
निरीक्षण के बाद कलेक्टर श्री वर्मा ने कहा कि जिला अस्पताल हो या छात्रवास या पर्यावरण सुधार की बात हो सबको इनकी आवश्यकता होती है। इसलिए कोई भी व्यक्ति व्यवस्था सुधार और नवाचारों के लिए सुझाव दे सकते हैं।

Related posts

झिरन्या तहसील पत्रकार संघ की बैठक हुई संपन्न

Ravi Sahu

अनुविभागीय अधिकारी सिराली जी जैन तहसीलदार जगन,जी प्रसाद सौर मौका निरीक्षण करने ग्राम पंचायत नानकोड़ी पहुंचे

asmitakushwaha

खरगोन जिले में पुलिस विभाग ने ऊंटबेड़ा में गांजे के कारोबार को किया ध्वस्त

Ravi Sahu

खरगोन के राधावल्लभ मार्केट को चोरों ने फिर बनाया निशाना, दो दुकानों के चटकाए ताले

Ravi Sahu

नई शिक्षा नीति आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना में मील का पत्थर होगी साबित

Ravi Sahu

अबकी बार 400 पार निमाड़ का वादा ज्ञानेश्वर दादा

Ravi Sahu

Leave a Comment