जिला ब्यूरो राहुल गुप्ता दमोह
उच्च शिक्षा मध्यप्रदेश शासन के निर्देश और प्राचार्य डॉ के पी अहिरवार की अध्यक्षता में ज्ञानचंद श्रीवास्तव शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में युवा नीति पर विद्यार्थियों से सुझाव आमंत्रित करने के लिए एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। सरस्वती पूजन और उपस्थित अतिथियों के स्वागत सत्कार उपरांत विद्यार्थियों से शिक्षा, रोजगार और कौशल विकास, उद्यमिता, खेल, स्वास्थ्य और स्वस्थ्य जीवन शैली, सामाजिक मूल्य, लोकतांत्रिक जीवन शैली जैसे विषयों पर संवाद किया गया, जिसमें विद्यार्थियों ने अपने-अपने सुझाव दिये। गौरतलब है की शासन स्तर पर युवा नीति तैयार होना प्रस्तावित है, जिसपर प्रदेश के सभी उच्च शिक्षा संस्थानों से विद्यार्थियों से संवाद कर सुझाव मांगे जा रहे हैं। इस अवसर पर कार्यक्रम की संयोजक तथा राजनीति विज्ञान विभाग की प्रमुख डां इन्दिरा जैन ने शासन की युवा नीति पर मंशा और कार्यक्षेत्र पर अपनी बात कही वहीं समाजशास्त्र विभाग के प्रमुख डां अनिल यादव ने पूर्व में विभागीय स्तर पर आयोजित युवा नीति कार्यक्रम में विद्यार्थियों द्वारा दिये गये सुझावों पर चर्चा की। संस्कृत विभाग के प्रमुख डां के एस बामनिया ने विद्यार्थियों के अनुशासन और व्यक्तिव विकास पर जोर दिया। अध्यक्षीय भाषण में प्राचार्य डां के पी अहिरवार ने समाज में पल और पनप रही सामाजिक बुराइयों और विद्यार्थियों के नैतिक पतन पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने विद्यार्थियों से अपेक्षा की कि वह सामाजिक मूल्य और अपने नैतिक उत्थान की ओर आगे बढ़े, खूब पढ़ें और आगे बढ़े। विद्यार्थी ही समाज रीढ़ है इसे मजबूत बनने की जरुरत है यह युवा नीति इसी दिशा में शासन का एक प्रयास है। इस दौरान विद्यार्थियों ने भी मंच पर आकर सुझाव दिये। मंच संचालन और आभार डां अनिल जैन ने व्यक्त किया। इस अवसर पर डां जितेन्द्र चौधरी, धीरज जानसन, डां सिकंदर डलगज, डां आशाराम यादव, दिवाकर पटेल उपस्थित रहे