माचलपुर :(प्रदीप बंसल)
नवज्योति नेत्रदान समिति की पहल पर इंदौर से आई डाक्टरों की टीम ने नेत्रदान कराया
पचोर में किसी महिला का मरणोपरांत पहली बार हुवा नेत्रदान,,जीवन के बाद भी किसी की आँखों को रोशनी देने वाली सकंल्पना को स्थानीय गुप्ता परिवार ने सार्थक किया है। गुरुवार सुबह प्रेस कालोनी निवासी श्री मति सुशीला गुप्ता का निधन हो गया परिजनों ने नव ज्योति नेत्रदान समिति के प्रयासों से उनके दोनों नेत्र शंकर नेत्रालय के चिकित्सकों के माध्यम से नेत्रदान करवाया।श्री मति सुशीला गुप्ता पिछले कुछ दिनों से इंदौर उपचारत थी। गुरुवार सुबह उनका पचौर में निधन हो गया तब उनके दामाद देहदान सकल्प कर्ता दिनेश टांक ने परिजनों के समक्ष नेत्रदान की बात रखी। तब श्री मति गुप्ता के पति श्री नाथ दास गुड्डी गुप्ता ने अपने पुत्र कमलेश व अन्य परिजनों की सहमति से नेत्रदान की सहमति दी तब श्री टांक ने अपने साथियों नवज्योति नेत्रदान समिति जीरापुर की अध्यक्ष पूजा गुप्ता ,शाइन इण्डिया फाउंडेशन भवानी मंडी राजस्थान के कमलेश दलाल से सम्पर्क साधा व नेत्रदान की प्रक्रिया पूरी करवाई पचौर जैसे नगर में समय पर सुरक्षित नेत्रदान कराने की सबसे बडी समस्या थी इस पर परिव! इस पर उनके परिजनों ने मरणोपरांत नेत्रदान कराने की इच्छा जाहिर की ताकी किसी जरुरतमंद के जीवन में रोशनी लौट सके ! नेत्रदान के लिए परिजनों द्वारा नवज्योति नेत्रदान समिति जीरापुर की अध्यक्ष पूजा गुप्ता से सम्पर्क किया गया इस बगैर किसी विलम्ब के शंकरा नेत्रालय इंदौर से सम्पर्क कर उन्हें नेत्रदान की जानकारी दी ! और दोपहर एक बजे इंदौर से डाक्टरों की पचौर पहुचीं और मात्र सात आठ मिनिट में सफलता पूर्वक नेत्रदान उत्सर्जन किया गया डाक्टरों के मुताबिक महिला की अधिक उम्र के बाद भी उनके नेत्र कार्निया बिल्कुल सुरक्षित है उन्होने परिवार जनो के प्रति संवेदना व्यक्त कर मरणोपरांत नेत्रदान कराने की मुक्तकंठ से प्रशंसा की इस पुनित कार्य में दिनेश टांक पूजा गुप्ता सहित परिवार जनो का विशेष सहयोग रहा !नेत्रदान के लिए नवज्योति नेत्रदान समिति के विष्णु सिह पंवार, विशाल गुप्ता मनीम सहित अन्य लोग मौजूद थेI दूरी को मनोबल से पाटापचौर में नेत्रदान करवाने में सबसे बडी बाधा दूरी थी ,, किन्तु नव ज्योति नेत्र दान समिति की पूजा गुप्ता के प्रयास ओर उनकी मेहनत से शकंरा नेत्रालय की टीम पचोर आई और सफलतापूर्वक नेत्रदान करवाकर ले गई,