सुदर्शन टुडे न्यूज़ ब्यूरो चीफ खरगोन
खरगोन जिले मे गुरुवार को सोमाखेड़ी मामले को लेकर कई जनजातीय समुदाय संगठन के पदाधिकारी ज्ञापन देने के लिए कलेक्टर कार्यालय पहुँचे। इस दौरान कलेक्टर श्री कुमार पुरुषोत्तम ने मुलाकात कर बैठक के लिए आमंत्रित किया। सभागार में कलेक्टर श्री कुमार पुरूषोत्तम और पुलिस अधीक्षक श्री धर्मवीर सिंह ने विस्तार से पदाधिकारियों की समस्याओं और बिंदुओं को सुना। जनजातीय समुदाय की पीड़ाओं को लेकर प्रतिनिधि श्री राधेश्याम जामले, गुलाब सिंह वास्कले, भील समाज के मनोज खरे, अजय मोरे और आत्माराम गोरेलाल अन्य ने बातें रखी। पदाधिकारियों को सुनने के बाद कलेक्टर श्री कुमार ने कहा कि समुदाय या पदाधिकारी तय कर ले वास्तविक रूप से मारपीट हुई है तो एक वरिष्ठ अधिकारी द्वारा जांच की जाएगी। या इसके अलावा न्यायालय के निर्णय का इंतजार कर ले। इस मामले में जो भी दोषी होगा उस पर कठोर कार्यवाही की जाएगी।
किसी भी समस्या के लिए प्रतिमाह बैठक आयोजित होगी
कलेक्टर श्री कुमार ने पदाधिकारियों से कहा कि जनजातीय समुदाय के साथ किसी तरह की प्रताड़ना, ज्यादती या धोखाधड़ी नहीं हो इसके लिए प्रत्येक माह जनजातीय समुदाय की समिति के साथ बैठक की जाएगी। जिसमें किसी भी तरह की समस्या पर चर्चा की जा सकती है। कलेक्टर श्री कुमार ने कहा कि प्रताड़ना या समुदाय के साथ ज्यादती या अन्य कोई भी मामले हो तो हमारे व्हाटसअप पर भी भेज सकते हैं।
मण्डलेश्वर थाने में पंजीबद्ध प्रकरण की जांच अन्य अधिकारी को सौंपी जा सकती
जनजातीय समुदाय के प्रतिनिधियों से पुलिस अधीक्षक श्री सिंह ने कहा की नशा जनजातीय समुदाय के लिए अतिघातक होता जा रहा है। सोमाखेड़ी में कार्यवाही वैधानिक रूप से की गई है। अगर समाज के प्रतिनिधि चाहे तो मण्डलेश्वर थाने में पंजीबद्ध प्रकरण की जांच किसी अन्य अधिकारी या एसडीएम से करवाई जा सकती है। महिला के साथ किसी भी पुलिस अधिकारी ने बदसलूकी की है तो कार्यवाही निश्चित तौर पर होगी।पूरे मामले को लेकर प्रतिनिधियों ने देखे वीडियो फुटेज
बैठक के दौरान कलेक्टर श्री कुमार और एसपी श्री सिंह ने प्रतिनिधियों के साथ सोमाखेड़ी घटना स्थल, थाना परिसर और न्यायालय परिसर के वीडियो फुटेज देखें। जिन्हें सोशल मीडिया पर गलत ढंग से प्रस्तुत किया गया है। इन वीडियो से साफ होता है कि घटना को अलग रूप से प्रस्तुत किया गया है। दोनों ही अधिकारियों ने सदस्यों से कहा कि आगे इस तरह की घटनाएं न ही इसके लिए इस तरह की बैठक निरंतर की जानी चाहिए। वीडियो देखने के बाद पदाधिकारियों को ज्ञापन सौंपा।