सुदर्शन टुडे व्यरो शाहनवाज खान (शानू)
कानपुर देहात 21 अक्टूबर 2022
सब मिशन आन एग्रीकल्चर एक्सटेंशन (आत्मा) योजना के अन्तर्गत ईको पार्क माती सामुदायिक परिसर में एक दिवसीय रवी उत्पादकता जनपद स्तरीय किसान मेला/गोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसका अध्यक्षता जिलाधिकारी नेहा जैन ने किया। परम्परा अनुसार गोष्ठी का शुभारम्भ जिलाधिकारी ने फीता काटकर व दीप प्रज्जवलित कर किया। इस मौके पर विभिन्न विभागों व किसानों द्वारा लगाये गये स्टालों का जिलाधिकारी व मुख्य विकास अधिकारी ने अवलोकन किया, जिसमें खादी ग्रामोद्योग विभाग द्वारा चलायी जा रही उ0प्र0 माटीकला बोर्ड द्वारा मिट्टी निर्मित बर्तनों का स्टाल अधिकारियों और उपस्थित दर्शकों के लिए आकर्षण का केन्द्र रहा। जिलाधिकारी ने इस दौरान गंगाराम द्वारा लगाये गये स्टाल में पहुंचकर कुम्हार के चाक को चलाकर उसके अनुभवों को भी जाना व समझा। जिलाधिकारी ने पर्यारण के लिए हानिकारक पराली को उचित प्रबन्धन हेतु लगाये गये यंत्रों का भी अवलोकन किया, तथा उन्होंने उपस्थित किसानों से पराली न जलाने हेतु अपील भी की, साथ ही उनसे पराली के उचित प्रबन्धन हेतु अनुरोध भी किया। इस दौरान जनपद के उन्नत कृषक बाबूलाल द्वारा जिलाधिकारी को करीब 5 फुट लम्बी लौकी भेंट की गयी जिलाधिकारी ने किसान को उन्नत कृषि करने हेतु बधाई व शुभ कामनायें दी।
इस मौके पर जिलाधिकारी ने कार्यक्रम में कृषकों को राई बीज की मिनी किट भी वितरित की। गोष्ठी में कृषी विज्ञानिकों जिसमें डा0 शशिकांत, डाव आईएन शुक्ला, डा0 संजय कुमार ने किसानों को फसलों आदि के बारे में विस्तार से जानकारी दी तथा उनकी समस्याओं को सुना एवं मौके पर कुछ समस्याओं का निस्तारण भी किया। जिलाधिकारी ने सम्बोधित करते हुए कहा कि हमारे देश में मुख्यतः तीन मौसमों की फसलें उगाई जाती है रवी, खरीफ एवं जायद इसमें हमारे जनपद में रवी की खेती विस्तृत पैमाने पर की जाती है, किसानों का उन्होंने इस बात के लिए आभार व्यक्त किया कि उनके द्वारा उगाई गयी फसलें हमारे जीवन का आधार बनी हुई है। आप सब की प्रमुख समस्या सिंचाई की रहती है लेकिन हम सब जनपद में शीघ्र ही जनपद में बेहतर प्रबन्धन कर रहे है कुसुम योजना के तहत सोलर पम्पों का निर्माण किय जा रहा है। साथ ही नहरों की सफाई कर उससे टेल तक पानी पहुंचाने का कार्य किया जायेगा। जिन किसानों को किसान सम्मान निधि नही मिल पाया है जब कि वह उसके लिए पात्र भी है उसके लिए हमने अलग से किसानां के लिए अलग से व्यवस्था की है, इसके लिए वह जिला कृषि अधिकारी से सम्पर्क स्थापित कर समस्या का समाधान करा सकते है। इसके अलावा जिलाधिकारी ने कहा कि पराम्परागत खेती के अलावा जो हम सब्जी इत्यादि उगाते है उनका संरक्षण भी जरूरी है, इसके लिए हम फूड प्रोसेसिंग पद्यति का उपयोग कर सकते है, जिलाधिकारी ने कहा कि हमें अपने उत्पादन को बढ़ाने के लिए उन्नति तकनीकी का सहारा लेना चाहिए, यह उन्नत तकनीकी बोवाई से लेकर कटाई तक प्रयोग की जा सकती है। जिलाधिकारी ने कहा कि हमे पता चला है कि कानपुर देहात में भिन्डी का उत्पादन बड़ी मात्रा में होता है, हम इस उत्पादन को हम पूरे देश में ले जाकर कानपुर देहात की भिन्डी को एक नई पहचान दिलाना चाहते है, जिलाधिकारी ने किसानों को इस बात के लिए भरोसा दिलाया कि जनपद में जो गौवंश किसानों की फसलों को नष्ट कर रहे है उनको शीघ्र ही गौशालाओं में संरक्षित किया जायेगा। हमारे जनपद में गौवंशों को संरक्षित करने के लिए दो वृहद गौशालायें भी बनायी जा रही है, किसानों को शीघ्र ही इस समस्या से निजात मिल जायेगी। इस मौके पर बोलते हुए मुख्य विकास अधिकारी सौम्या पाण्डेय ने कहा कि चन्द्रशेखर आजाद कृषि विश्व विद्यालय से जो कृषि विज्ञानिक आये है उनसे अर्जित ज्ञान को लेकर किसान अपनी खेती को सम्मुन्नत बना सकते है। उन्होंने कहा कि आज किसान अन्न दाता नही अपितु सर्वदाता है। उन्होंने कहा कि ऐसे उत्पादों को बढ़ावा दिया जाये जो कुपोषण को दूर करें।
इस मौके पर उप निदेशक कृषि विनोद कुमार यादव, जिला कृषि अधिकारी डा0 उमेश कुमार गुप्ता, जिला उद्यान अधिकारी, जिला पशु चिकित्साधिकारी डा0 देवकी नन्दन लावनिया, खादी ग्रामोद्योग अधिकारी। कार्यक्रम का संचालन डा0 खलील खान ने किया।