✍️Dharmendra sahu
तेंदूखेडा- हर साल की अपेक्षा इस बार ग्राहकी का अभाव देखा जा रहा है, मोवाइल ,कपड़ा ,जूता , इलेक्ट्रॉनिक दुकानों पर काफी असर बना हुआ है, जिसका प्रमुख कारण आनलाइन खरीददारी माना जा रहा है, प्रति दिन तेंदूखेडा क्षेत्र में तीन से चार लाख रुपये की खरीददारी आनलाइन हो रही है घर बैठे सामग्री पहुँच रही है, जिसका प्रभाव तेंदूखेडा के अन्य बाजार पर भी पड रहा है। दुकानदारों में मायूसी भरा माहौल बना हुआ है, वहीं दूसरी तरफ तेंदूखेडा क्षेत्र पूरी तरह से कृषि पर आश्रित क्षेत्र बना हुआ है, मौसम की अनुकूलता ना होने के कारण इस बार किसानों की किसानी भी लेट बनी हुई है। समय पर कृषि जिंसों के अपेक्षाकृत भाव ना मिल पाने के वैसे भी किसान अपनी उपज सहेज कर रखता चला गया लेकिन अब भी वही स्थिति बनी हुई है, आन लाइन खरीददारी को लेकर कुछ व्यापारी वर्ग ने अपनी अपनी प्रतिक्रियाओं के माध्यम से विचार साझा किये हैं।
इलेक्ट्रिॉनिक बाजार को ग्राहकी का इंतजार
इलेक्ट्रॉनिक व्यापारी महीष मोदी का कहना है कि आनलाइन खरीददारी से बाजार में सन्नाटा छाया हुआ है जो सामग्री हम खरीद कर ला रहें हैं वह ग्राहक को घर बैठें मिल रही है, कूलर पंखे इन्डेक्सन मिक्सी वांशिग मशीन यहाँ तक की फ्रिज भी आनलाइन मंगवाये जा रहे हैं, हर साल दीपावली पर झालरों मालाये चायनीज मालाये बल्ब बेंच लेते थे इस बार तो वह भी नहीं बिक रहे हैं त्यौहार के लिए मात्र दो दिन शेष है लेकिन व्यापारी हाथ पर हाथ रखकर बैठा है। सरकार के द्वारा जो टेक्स बसूला जा रहा है उसे कम कर दिया जाना चाहिये।
कपड़ा दुकान पर नहीं है ग्राहकी
कपड़ा व्यापारी राजीव अंहिसा बताते हैं कि पिछली साल तो कोरोना का बहाना था फिर भी ग्राहकी अच्छी रही लेकिन इस बार बाजार खुले होने के बाबजूद भी कपड़ा व्यापार में ग्राहकी का अभाव बना हुआ है, आनलाइन खरीददारी से व्यापार पर विपरीत असर पड रहा है। जूता व्यापारी समीर खान बता रहे हैं कि 60 प्रतिशत व्यापार आनलाइन खरीददारी के चलते खत्म हो गया है, जूता चप्पल लोग सीधे घर बैठे बुला लेते हैं स्थिति यह बनी हुई है कि किराये से दुकान लेकर बैठे दुकानदारों का किराया तक नहीं निकल पा रहा है।
सीधे ऑनलाईन मंगा रहे मोबाईल
मोबाइल विक्रेता आशीष जैन मयंक बताते हैं कि आनलाइन खरीददारी का सबसे बड़ा प्रभाव मोबाइल दुकानों पर पडा है। स्थिति यह है कि आनलाइन खरीददारी के चलते दीपावली त्यौहार पर हम सभी व्यापारी हाथ पर हाथ रख कर बैठा है मात्र 30 प्रतिशत ही व्यापार रह गया है, आज कल हर वर्ग घर बैठे मोवाइल बुला लेते हैं।
आनलाइन खरीददारी से आधी रह गई ग्राहकी
पिछली बार की अपेक्षा इस बार ग्राहकी का अभाव
✍️Dharmendra sahu
तेंदूखेडा- हर साल की अपेक्षा इस बार ग्राहकी का अभाव देखा जा रहा है, मोवाइल ,कपड़ा ,जूता , इलेक्ट्रॉनिक दुकानों पर काफी असर बना हुआ है, जिसका प्रमुख कारण आनलाइन खरीददारी माना जा रहा है, प्रति दिन तेंदूखेडा क्षेत्र में तीन से चार लाख रुपये की खरीददारी आनलाइन हो रही है घर बैठे सामग्री पहुँच रही है, जिसका प्रभाव तेंदूखेडा के अन्य बाजार पर भी पड रहा है। दुकानदारों में मायूसी भरा माहौल बना हुआ है, वहीं दूसरी तरफ तेंदूखेडा क्षेत्र पूरी तरह से कृषि पर आश्रित क्षेत्र बना हुआ है, मौसम की अनुकूलता ना होने के कारण इस बार किसानों की किसानी भी लेट बनी हुई है। समय पर कृषि जिंसों के अपेक्षाकृत भाव ना मिल पाने के वैसे भी किसान अपनी उपज सहेज कर रखता चला गया लेकिन अब भी वही स्थिति बनी हुई है, आन लाइन खरीददारी को लेकर कुछ व्यापारी वर्ग ने अपनी अपनी प्रतिक्रियाओं के माध्यम से विचार साझा किये हैं।
इलेक्ट्रिॉनिक बाजार को ग्राहकी का इंतजार
इलेक्ट्रॉनिक व्यापारी महीष मोदी का कहना है कि आनलाइन खरीददारी से बाजार में सन्नाटा छाया हुआ है जो सामग्री हम खरीद कर ला रहें हैं वह ग्राहक को घर बैठें मिल रही है, कूलर पंखे इन्डेक्सन मिक्सी वांशिग मशीन यहाँ तक की फ्रिज भी आनलाइन मंगवाये जा रहे हैं, हर साल दीपावली पर झालरों मालाये चायनीज मालाये बल्ब बेंच लेते थे इस बार तो वह भी नहीं बिक रहे हैं त्यौहार के लिए मात्र दो दिन शेष है लेकिन व्यापारी हाथ पर हाथ रखकर बैठा है। सरकार के द्वारा जो टेक्स बसूला जा रहा है उसे कम कर दिया जाना चाहिये।
कपड़ा दुकान पर नहीं है ग्राहकी
कपड़ा व्यापारी राजीव अंहिसा बताते हैं कि पिछली साल तो कोरोना का बहाना था फिर भी ग्राहकी अच्छी रही लेकिन इस बार बाजार खुले होने के बाबजूद भी कपड़ा व्यापार में ग्राहकी का अभाव बना हुआ है, आनलाइन खरीददारी से व्यापार पर विपरीत असर पड रहा है। जूता व्यापारी समीर खान बता रहे हैं कि 60 प्रतिशत व्यापार आनलाइन खरीददारी के चलते खत्म हो गया है, जूता चप्पल लोग सीधे घर बैठे बुला लेते हैं स्थिति यह बनी हुई है कि किराये से दुकान लेकर बैठे दुकानदारों का किराया तक नहीं निकल पा रहा है।
सीधे ऑनलाईन मंगा रहे मोबाईल
मोबाइल विक्रेता आशीष जैन मयंक बताते हैं कि आनलाइन खरीददारी का सबसे बड़ा प्रभाव मोबाइल दुकानों पर पडा है। स्थिति यह है कि आनलाइन खरीददारी के चलते दीपावली त्यौहार पर हम सभी व्यापारी हाथ पर हाथ रख कर बैठा है मात्र 30 प्रतिशत ही व्यापार रह गया है, आज कल हर वर्ग घर बैठे मोवाइल बुला लेते हैं।