दमोह मो.नं.7970217148
म.प्र. राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जबलपुर के निर्देशानुसार एवं रेणुका कंचन, प्रिंसिपल जिला न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण एवं श्री अम्बुज पाण्डेय, जिला न्यायाधीश/सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण दमोह के मार्गदर्शन में वरिष्ठ नागरिक के अधिकारों के संबंध में दिनांक 28 सितंबर 2022 को स्थानीय वृद्धा आश्रम दमोह में विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया, शिविर में डॉ. श्रीमती आरती शुक्ला पाण्डेय,द्वितीय जिला न्यायाधीश दमोह, श्रीमती गुन्ता डांगे, जिला विधिक सहायता अधिकारी एवं प्रबंधक वीरेन्द्र असाटी, वृद्धाश्रम के कर्मचारीगण एवं वृद्धजन उपस्थित रहे.कार्यक्रम में डॉ. श्रीमती आरती शुक्ला पाण्डेय,द्वितीय जिला न्यायाधीश दमोह द्वारा समस्त वृद्धजन को सम्बोधित करते हुये माता-पिता और वरिष्ठ नागरिकों के भरण-पोषण और कल्याण अधिनियम 2007 के संबंध में बताया कि यदि वृद्धावस्था में एक वरिष्ठ नागरिक अपनी सम्पत्ति अपने किसी बच्चे को इस शर्त के साथ उपहार या हस्तांतरित कर सकता है कि बच्चा उन्हें बुनियादी सुविधायें या शारीरिक जरूरते प्रदान करेगा. यदि उनका बच्चा ऐसा करने में विफल रहता है तो वरिष्ठ नागरिक अधिनियम के तहत स्थापित एक रखरखाव ट्रिब्यूनल से संपर्क करने का अधिकार है ताकि उपहार या हस्तानांतरण को धोखाधड़ी, जबरजस्ती या अनुचित प्रभाव में किऐ जाने के कारण अमान्य घोषित किया जा सके. साथ ही ऐसी परिस्थितियों से निपटने के दौरान अदालतों का रूख बुजुर्गो के प्रति सकारात्म्क रहता है. उपस्थित सभी वृद्धजन से उनकी समस्याओं के बारे में जानकारी ली गयी तथा मिलजुल कर रहने की सलाह दी गयी.श्रीमती गुन्ता डांगे, जिला विधिक सहायता अधिकरी द्वारा बताया कि शासन द्वारा बनाये गये प्रावधानों के अनुसार 60 वर्ष की अवधि होने पर कोई भी व्यक्ति वरिष्ठ नागरिक की श्रेणी में आ जाता है जिसे शासन द्वारा मासिक वृद्धावस्था पेंशन योजना चलाई जा रही है जिसमें प्रत्येक वरिष्ठ नागरिक को मासिक पेंशन प्रदान की जाती है यदि किसी वरिष्ठ व्यक्ति को उक्त पेंशन योजना या अन्य किसी भी प्रकार की शासकीय योजनाओं का लाभ मिलने में किसी भी प्रकार की समस्या होती है तो आप जिला विधिक सेवा प्राधिकरण दमोह में अपना आवेदन प्रस्तुत कर सकते है व अपने समस्याओं को निराकरण कर सकते है। कार्यक्रम के अंत में वृद्धजन की समस्याओं सुनी गई व उन्हें उचित विधिक सलाह प्रदान की गई साथ ही वृद्धजन को फल वितरित किये गये.