सुदर्शन टुडे ब्यूरो दुर्गा शंकर सिंह की रिपोर्ट
सिकन्दरपुर, बलिया। नवरात्र और दशहरा पर्व शुुरू हो गया है। इसे देखते हुए मूर्तिकार दिन-रात दुर्गा प्रतिमाओं को अंतिम रुप देने में लगे हुए हैं। मांग के हिसाब से चार से 40 हजार रुपये कीमत तक की मूर्तियां बनाई गई हैं। गांव तथा शहरी क्षेत्र की पूजा समितियां स्थापना के लिए अब मूर्तियां ले जाने लगी हैं। नगरर के जलालीपुर में पश्चिम बंगाल के वर्धमान जिले से यहां आए मूर्तिकार मानिक चंद बताते हैं कि पिछले तीस सालों में मूर्ति बनाने में काफी बदलाव आया है। पहले अधिकतम सात फीट ऊंची मूर्ति बनती थी। अब 11 से 12 फीट ऊंची प्रतिमाएं तैयार की जा रही हैं। उनका कहना है कि मूर्तियां अभी और भी ऊंची बनतीं, लेकिन महंगाई के चलते लेकिन महंगाई के चलते अब संभव नहीं हो पा रहा है। पहले भट्ठा पेंट से मूर्तियों की रंगाई की जाती थी। अब तो एशियन और अन्य अच्छे पेंटों का इस्तेमाल किया जा रहा है। अधिकांश प्रतिमाओं की रंगाई का कार्य हाथ की बजाय प्रेशर मशीन से किया जा रहा है। बाजार की मांग के हिसाब से चार से 40 हजार रुपए कीमत तक की मूर्तियां बनाई गई हैं। उन्होंने तीन दर्जन दुर्गा प्रतिमाएं बनाई हैं।