खबर के साथ दो फोटो 1… पुरानी बस स्टैंड पर लोगों के घरों सहित दुकानों में घुसा पानी 2.. पानी ने ब्यावरा अजनार नदी के पुल को भी किया पार।देवराज चौहान राजगढ़।जिले में 3 दिन से लगातार हो रही भारी बारिश के बाद जिले के हालात बिगड़ते दिखाई दिए, फिर चाहे बात डेम से सटे हुए गांव की हो या निचली बस्तियों की हर जगह पूरा जिला जलमग्न दिखाई दे रहा था, लगातार हो रही बारिश से जहां ब्यावरा शहर और नरसिंहगढ़ की बस्तियों में पानी घुस गया है वही राजगढ़ की अगर बात करें तो पुराने बस स्टैंड वाला एरिया पूरा जलमग्न हो चुका है इसी के साथ अगर ग्रामीण क्षेत्र की बात करें तो फिर चाहे जलालिया डैम हो हथाईखेड़ा डेम हो या गोरखपूरा डैम हो सभी खतरे से बाहर जा रहे हैं छोटे-छोटे नदी नाले इस वक्त बेकाबू हालात पर बह रहे हैं। कई पुल पुलिया पर पानी क्षमताओं से बाहर जा रहा है बात अगर ग्रामीण क्षेत्रों के नाले की करें तो कई ग्रामीणों का रास्ता इस बारिश ने रोक दिया है फिर चाहे करेडी से खिलचीपुर मार्ग हो, खजूरी से पिपलिया मार्ग हो, गोरखपुर से चाटुखेड़ा मार्ग हो, या राजगढ़ से कालीपीठ मार्ग ऐसे कई रोड भारी बारिश के कारण जलमग्न हो चुके हैं ऐसे में कई युवा साथी लोगों की परेशानियों में मदद करते दिखाई दे रहे हैं। मोहनपुरा के खोलने पड़े 14 गेट पुराना बस स्टैंड जलमग्न 3 दिन से जिले में लगातार हो रही बारिश के बाद मंगलवार को डैम का जल स्थर बढ़ता देख ऐसे में जिला प्रशासन ने मोहनपुरा डेम के 14 गेट खुलवाएं इसके कारण राजगढ़ की पुरानी बस स्टैंड वाला एरिया जो कालीपीठ को सीधा राजगढ़ से जोड़ता है की पुलिया के ऊपर पानी होने से जहां पूराना बस स्टैंड वाला एरिया पूरी तरह से जलमग्न हो कर कई घरों में पानी घुस गया वही पुरानी बस स्टैंड पर रखी हुई घूमती है वह दुकानें भी जलमग्न दिखाई दे रही थी वही पुराने बड़े पुल की अगर बात करें तो पानी उस पर भी गुजरने की तैयारी में दिखाई दे रहा था , इसके चलते 2 दिन से कालीपीठ से राजगढ़ का संपर्क पूरी तरह से टूट चुका है।कलेक्टर एसपी लगातार ले रहे थे हालातो का जायजा ।जिले मैं हो रही लगातार भारी बारिश के बाद कई क्षेत्रों में बाढ़ जैसे हालात निर्मित होने लगे थे ऐसे में राजगढ़ कलेक्टर हर्ष दीक्षित एवं पुलिस अधीक्षक अवधेश कुमार गोस्वामी लगातार मॉनिटरिंग करते हुए पूरे जिले के हालातों का जायजा ले रहे थे फिर चाहे बाद ब्यावरा की हो या राजगढ़ की जहां भी ऐसे हालात बन रहे थे वहां स्वयं भी पहुंचकर हालातों का जायजा लेते हुवे आबदा प्रबंधन को भी सक्रिय रहने के निर्देश दे रहे थे।