बाल अपराधों की रोकथाम के प्रति बढ़ाई जा रही जागरुकता
भैसदेही/मनीष राठौर
ग्रामीण स्तर पर विभिन्न शासकीय योजनाओं एवं महत्वपूर्ण जानकारियां जनसमुदाय के बीच पहुंचाने में ग्रामीण संगठन बहुत महत्तवपूर्ण भूमिका निभाते हैं। सामान्यतः एक ग्राम संगठन में 12 से 15 समूह होते हैं प्रत्येक समूह में कम से कम 10 सदस्य होते हैं। यदि इन संगठनों के सदस्यों को किसी उपयोगी जानकारी से जोड़ा जाए तो सरलता से कम समय में लोगों तक जानकारियां पहुंचाई जा सकती हैं। इन्ही संगठनों के सदस्यों को आवाज जनकल्याण समिति द्वारा बाल संरक्षण एवं बाल तस्करी की रोकथाम के लिए उन्मुखीकरण कर प्रशिक्षित किया जा रहा है। गौरतलब है कि आवाज संस्था द्वारा एक वर्ष से विकासखंड में विभिन्न रचनात्मक गतिविधियों एवं शासकीय संरचनाओं के साथ बाल संरक्षण के लिए जमीनी स्तर पर काम किया जा रहा है इसी क्रम में एन.आर.एल.एम. के ब्लाक प्रबंधक नवीन मालवी को परवाह परियोजना के उद्देश्य को बताकर ग्राम संगठन की जानकारी प्राप्त की गयी। जो सहर्ष परवाह परियोजना को सहयोग कर रहे है ।
यह प्रशिक्षण व बैठके आवाज संस्था के ब्लाक समन्वयक श्री संतुलाल मर्सकोले व जिला समन्वयक भूपेंद्र लोखंडे करवा रहे है