आर्यन शेख़ अय्यूब ज़िला ब्यूरो
अर्वाचीन इंडिया स्कूल में नवीन शैक्षणिक सत्र 2024-25 प्रारंभ
बुरहानपुर। शिक्षा में आधुनिक नावाचारों के साथ साथ अपने पारंपरिक अंदाज के कारण अपनी विशिष्ट पहचान बनाने वाले अर्वाचीन इंडिया स्कूल में नए सत्र की शुरूआत हवन एवं यज्ञ के साथ हुई। इस मौके पर विद्यार्थियों को शिक्षा में आगे बढ़ने के लिए कड़ी मेहनत और खुद पर विश्वास के साथ गुरुजन का सम्मान का संदेश दिया।
अर्वाचीन इंडिया स्कूल परिसर में सभी शाखाओं नींव, आधार, आरंभ, सोपान एवं शिखर द्वारा संयुक्त रूप से गायत्री मंत्र उच्चारण हुआ। जिसमें संस्था डायरेक्टर अमित मिश्रा एवं राखी मिश्रा सहित ऐकडमिक हेड दिप्ती पोढियन, प्रशासनिक अधिकारी विशाल गोजरे के साथ साथ अन्य अर्वाचीन परिवार के सदस्य एवं विद्यार्थी शामिल हुए। कार्यक्रम का शुभारंभ प्रथम पूजनीय देव श्री गणेश एवं माता सरस्वती की वंदना एवं दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ। नवीन शैक्षणिक सत्र 2024-25 का आरंभ हुआ। इस शुभ अवसर पर सभी शिक्षक शिक्षकाओं ने विद्यार्थियों के मिलकर हवन कुंड में आहुती डाल अपने नवीन सत्र का शुभारंभ किया। इस अवसर पर सभी विद्यार्थी एवं शिक्षकगण सफेद व केसरी वस्त्र पहनकर यज्ञ में शामिल हुए।
डायरेक्टर राखी मिश्रा ने मत्रोच्चार एवं हवन यज्ञ के महत्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि इसके कारण निश्चित ही सम्पूर्ण विद्यालय प्रांगण एवं परिसर में एक सकारात्मक एवं अलौकि उर्जा का संचार होता है। उन्होनें कहा कि स्कूली पड़ाव विद्यार्थी के जीवन में बहुत अहम स्थान रखता है। इसलिए स्कूली शिक्षा में अपने आप को इतना प्रखर कर ले कि भविष्य में विद्यार्थियों को कठिनाई का सामना न करना पड़े। उन्होंने कहा कि प्रतिवर्षानुसार पारंपरिक रूप से इस वर्ष भी शिक्षक शिक्षिकाओं द्वारा अर्वाचीन स्कूल परिसर को विभिन्न तरीके से सुसज्जित कर विद्यार्थियों का स्वागत किया गया। साथ ही विद्यार्थियों के लिए प्रथम दिवस कई प्रकार के कार्यक्रम भी आयोजित हुए। उन्होंने कहा कि पढ़ाई का सबसे पहला मंत्र अनुशासन है साथ ही इस मौके पर विद्यार्थियों को शिक्षकों का आदर व अनुशासन भी सिखाया गया। उन्होंने कहा कि हम यहा शिक्षा के साथ्ज्ञ अनुशासन और संस्कार के साथ विद्यार्थी जीवन को बहुमूल्य बनाते है। हमारा लक्ष्य विद्यार्थी को शिक्षित बनाने के साथ साथ प्रत्येक विद्यार्थी को अपने जीवन में उदार बनाना भी है।