बखतगढ़ सुदर्शन टुडे मिडिया प्रभारी अनोखी शेरा पाटीदार
बखतगढ़। मालव भूषण आचार्य श्री नवरत्नसागरसूरीश्वरजी की कृपापात्र एवं साध्वी श्री विश्वप्रज्ञाश्रीजी की शिष्या साध्वी श्री रम्यधर्माश्रीजी की तृतीय पुण्यतिथि प्रसंग स्मरण स्वरूप पौषध शाला भवन जैन उपाश्रय बखतगढ़ पर नवकार महामंत्र के सामूहिक जाप का आयोजन हुआ। इसमें श्राविकाओं ने एक स्वर में पंच परमेष्ठि महामंत्र की सामूहिक स्तुति की। इसके साथ ही गुरु नवरत्न चालीसा एवं गुरु गुणगान स्तुति कर साध्वीश्री रम्यधर्माश्रीजी का स्मरण करते हुए उनके उत्कृष्ट संयम जीवन की अनुमोदना की। ज्ञात हो कि साध्वीश्रीजी ने दीक्षा लेने के बाद 45 वर्ष तक उत्कृष्ट संयम जीवन का पालन किया और वैसाख विदी 3 संवत 2078, वीर निर्वाण संवत 2547, वर्ष 2021 में 72 वर्ष की उम्र में देवलोकगमन हो गया था। बखतगढ़ में यह जाप साध्वीश्रीजी के सांसारिक बेटी जमाई पोरवाल परिवार की ओर से आयोजित किए गए थे। नवकार महामंत्र जाप के बाद अनिलकुमार, अरुणा, मयूर, रिया, अनाया पोरवाल परिवार बखतगढ़ की ओर से प्रभावना वितरित की गई।
संलग्न फोटो : बखतगढ़ 28 अप्रैल 01-
साध्वी श्री रम्यधर्माश्रीजी
बखतगढ़ 28 अप्रैल 02 – बखतगढ़ के पौषध शाला भवन जैन उपाश्रय में नवकार महामंत्र के जाप हुए।