संवाददाता रानू जावेद खान
जवेरा दमोह
अल्लाह की इबादत का मुकद्दस महीना रमजान चांद के दीदार के साथ सोमवार से शुरू हो गया । आज मंगलवार को मुस्लिम समाज के लोग पहला रोजा रखेंगे। इस साल का पहला रोजा सबसे छोटा और आखिरी सबसे लंबा होगा। रमजान माह का चांद नजर आते ही दमोह जिले के जबेरा क्षेत्र के घटेरा, बनवार मुआर झरौली, कठई सगरा,हंसराज मझगवा,माला इमलिया,नोहटा, नवल पिपरिया, आदि मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में रमजान को लेकर मुस्लिम समुदाय में खुशी का माहौल दिखाई दिया। बच्चे इसे लेकर उत्साहित रहे। जहां पुरुष विशेष नमाज तरावीह को लेकर चर्चा करते रहे तो वहीं घरों में महिलाएं भी इबादत के साथ ही सहरी और इफ्तार को लेकर चर्चाओं में मशगूल रहीं।
इस्लाम धर्म में रमजान का रोजा रखना हर मुसलमान पर फर्ज किया गया है। इसे बेवजह नहीं छोड़ा जा सकता। बताया जाता है कि रमजान को तीन अशरों में बांटा गया है। पहला 10 दिन रहमत का, दूसरा दस दिन मगफिरत का और आखिरी 10 दिन जहन्नम से आजादी का है। इस माह में अल्लाह तआला बंदों का खास रहमत फरमाता है। यही वजह है कि इस माह में एक फर्ज का सवाब सत्तर फर्ज के बराबर और एक नफ्ल का सवाब फर्ज के बराबर मिलता है।