सुदर्शन टुडे ब्यूरो लुकमान खत्री
देश की राजधानी दिल्ली कूच की तैयारी कर रहे किसानों को देशभर के किसान संगठनों का भी समर्थन मिलता दिखाई दे रहा है. इस कड़ी में मप्र के किसान भी ट्रेक्टर आंदोलन की राह पर जाते नजर आ रहे है।
मंगलवार को मप्र के खरगोन जिले में राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ के बैनर तले कृषि मंडी किसान भवन में प्रेसवार्ता आयोजित की गई।
महासंघ के पदाधिकारी गोपाल पाटीदार ने कहा कि सयुक्त किसान मोर्चा के अंग होने के नाते हम आंदोलन के साथ है, सरकारों का रुख सत्ता में आकर पूरी तरह बदल जाता है। पीएम मोदी के विपक्ष में रहते हुए किसानों को एमएसपी देने का समर्थन किया था आज वही किसानों को आंदोलन करने पर मजबूर कर रहे है। महासंघ पदाधिकारियों ने चेतावनी दी है कि दिल्ली कुच कर रहे किसानों के साथ यदि सख्ती की गई तो जिले के किसान उनके समर्थन में जिले के नेशनल हाइवे पर प्रदर्शन करेंगे। इस आंदोलन में निमाड़ अंचल से जुड़े सभी किसान शामिल होंगे। यह प्रदर्शन ट्रेक्टरों, पशुधन, परिवार के साथ होगा। हमारी मांग है कि एमएसपी के साथ स्वामी नाथन रिपोर्ट लागू की जाय। कृषि बाजार सरकार के कंट्रोल से बाहर हो गया है ,सब्सिडी का फायदा किसानों को नहीं बल्कि व्यापारियों और उद्योग पतियों को मिलता है, इसलिए किसान अभी भी कर्जदार है। 65% किसान समाज अपने आप को ठगा महसूस कर रहा है , एमएसपी की गारंटी मिलने के बाद कॉरपोरेट जगत का बहुत बड़ा हिस्सा छीनने वाला है इसलिए वह इसे रोक रहे हैं, सरकार जल्दी किसानों की मांगों को माने । इस संबंध में उन्होंने महामहीम राष्ट्रपति के नाम तहसीलदार को ज्ञापन भी सोपपा ।