सुदर्शन टुडे (ओमप्रकाश राठौर बोड़ा पत्रकार)बोड़ा:-
श्रीं मद भागवत कथा का शुभांरभ ग्राम चापाखेड़ा में कलश यात्रा के साथ हुआ। संत गोविन्द जाने ने प्रथम दिवस में श्रद्धालुओ से कहा की आंख और कान के मार्ग से ही प्रभु मन में वास करते हैं। और जिनके मन में प्रभु का वास है उनका मन ही बैकुंठ हे बैकुंठ में परमात्मा रहता है। श्री सुखदेव जी ने परीक्षित राजा के सर पर हाथ रखकर , हाथ अपने माता-पिता अपने सद्गुरु जब रखते हैं तो साहस शांति प्राप्त होती है अपनी मालवी भाषा रसीली करुणामई शैली से संत गोविंद जाने ने कथा की शुरुआत के दिन में भक्ति में प्रसंग सुनाया श्रोताओं को भाव विभोर मंत्र मुक्त कर दिया।कलश यात्रा ग्राम के प्रसिद्ध मंदिर से शुरु होकर गांव के मुख्य मार्ग से गुजरती हुई कथा स्थल पहुंची। इस अवसर पर मुख्य यजमान ने आरती कर महाप्रसादी वितरण की।