धर्मेंद्र गुप्ता की रिपोर्ट
विदिशा किसानों का गुस्सा फूड पड़ा, धान के दम सही ना मिल पाने के कारण किसान उग्र हो गए, मंडी के बाहर हाईवे पर चक्का जाम कर दिया, ट्रैक्टर ट्राली लगाकर लगाया चक्काजाम, करीबन 2 घंटे तक जारी रहा हंगामा व चक्का जाम, किसानों का कहना है कि एक ही किसान की दो अलग-अलग ट्रालियों में अलग-अलग दाम पर नीलामी मे तय किया जा रहा है व्यापारियों पर उन्होंने मनमर्जी का आरोप लगाते हुए मंडी के बाहर जमकर नारेबाजी की और चक्का जाम करते हुए दोनों तरफ से वाहनों की आवाजाही पूरी तरह बंद कर दी। पुलिस प्रशासन भी मौके पर पहुंचा, इस हंगामा के बीच नीलामी कार्य पूरी तरह बंद हो गया, मंडी के सचिव कमल बगबैया का कहना है कि निर्यात बंद होने के चलते सभी व्यापारियों के पास स्टॉक मौजूद है, जिसकी वजह से वह खरीदी में ज्यादा रुचि नहीं ले रहे हैं, यही वजह है कि दाम कम हो गए हैं, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया की मंडी में नीलामी और खरीदी कार्य में मंडी सिर्फ व्यवस्थाएं जुटा कर देती है, किसान अपनी फसल बेचता है और व्यापारी फसल खरीदता है, उन्होंने कहा कि अन्य व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के लिए नीलामी के दौरान ही मार्कर पेन से दाम लिखे जाएंगे ताकि गफलत ना हो, वहीं उन्होंने कहा कि व्यापारियों और किसानों के बीच विवाद की स्थिति बनी थी जिसके चलते अब नीलामी कार्य तक पुलिसकर्मी भी यहां तैनात रहेंगे।