सुदर्शन टुडे 25 अगस्त गुना
गुना की धरोहर गुनिया नदी को बचाओ
बिंदु सिंह कांग्रेस कार्यकर्ता
गुना शहर के बीचो-बीच निकली उद्गम स्थल सिलवासा तलाव से गुनिया नदी जो की भूमाफियाओं द्वारा प्लाट काट देने के कारण एक नल का रूप ले चुकी है जिसे कोई भी गुनिया नदी के नाम से नहीं जानता नाले के नाम से जानते हैं इसका जिम्मेदार कौन है इसका जिम्मेदार प्रशासन है जिसने इस गुनिया नदी के बारे में या उसकी स्वच्छता के बारे में कोई भी प्रयास नहीं किए गए और जो प्रयास किए गए उनको भी रोका गया हमारे डॉक्टर पुष्पराग एडवोकेट जो की लगातार गुनिया नदी के लिए अपनी लड़ाई लड़ते रहे हैं और पर्यावरण के लिए भी निरंत प्रयास करते रहे मैं उनको बहुत-बहुत धन्यवाद दूंगी जिन्होंने गुना के बारे में या हमारी गुना की स्वच्छता और सौंदर्य करण हरियाली को लेकर लगातार कार्य करते रहे पर आज भी देखा गया है कि गुनिया नदी की स्वच्छता को लेकर बहुत कम प्रयास किए जा रहे हैं सबसे पहले तो गुनिया गुनिया नदी में आने वाले नालों को बंद करना चाहिए साथी जिन भू माफिया ने गुनिया नदी पर कब्जा करते हुए अपने व्यक्तिगत फायदे के लिए प्लांट भेज दिए हैं जहां पर मकान बन गए हैं जिससे भू माफिया के तो बारे न्यारे हुए हैं परंतु वहां के निवासियों को बारिश के मौसम में काफी परेशानियां झेलने पड़ती है चौड़ाई कम होने के कारण बाढ़ की स्थिति भी बन जाती है। साथ ही पूरे शहर की गंदगी इन नालों के द्वारा गुनिया नदी में नदी को गंदा कर रही है । इसके लिए तथाकथित सामाजिक कार्यकर्ताओं गुनिया के नाम पर काफी ढोल पीके रेलिया भी निकाल लेकिन ढांक के तीन पाठ ही सावित हुए। क्योंकि लोगों ने अपनी व्यक्ति गत पूर्ति की है एनजीटी के निर्णय के बाद भी आज दिनांक तक दुनिया की जो हालत थी जैसी की तैसी बनी हुई है लोगों ने अपना स्वास्थ्य सिद्ध किया है गुनिया नदी को लेकर अब कांग्रेस की कार्यकर्ता बिंदु सिंह ने गुना नगर के निवासियों से अपील है ।कि अपने गुनाह की धरोहर को बचाने के लिए इस प्रयास में सभी लोग एकजुट होकर गुनिया नदी को नदी ही रहने दे उसको नाला ना बनाएं इसकी सौंदर्य करण में सब मिलकर साथ दे सभी राजनीतिक सभी सामाजिक कार्यकर्ता को एक साथ साथ होना बहुत जरूरी है साथ ही जिला प्रशासन और नगर पालिका प्रदर्शन को अपनी आंखें खोलते हुए गुनिया नदी के उद्गम स्थल से लेकर जो तो समापन स्थल तक भूमाफियाओं द्वारा किए गए अतिक्रमण को हटाने के लिए तत्परता से आगे आना चाहिए जिससे शहर के अंदर एक स्वच्छ और सुंदर नदी शहर वासियों को मिल सके