*कानपुर देहात से सुदर्शन टुडे ब्यूरो चीफ शाहनवाज खान सानू।*
कानपुर देहात। परिवहन विभाग के अफसरों की अनदेखी से इन दिनों भोगनीपुर क्षेत्र में मुसाफिरों की जान को खतरे में डालकर अपूर्ण मानकों की बसें सड़कों पर दौड़ रही हैं। परिवहन विभाग द्वारा हादसों को रोकने व दुर्घटनाओं के दौरान मुसाफिरों को सुरक्षित बचाने कई इंतजाम यात्री बसों में करने के निर्देश संचालकों को दे रखे हैं।इसके बावजूद जमीनी स्तर पर इनका पालन नहीं हो रहा है।आरटीओ दफ्तर में रजिस्ट्रेशन, ट्रांसफर व फिटनेस इत्यादि दस्तावेज जारी करते समय वाहनों में औपचारिकताएं पूरी कर दी जाती है लेकिन सड़क में मुसाफिरों की जान की परवाह किए बिना यात्री बसों को सड़क पर दौड़ाया जा रहा है।सरकारी व प्राइवेट स्टैंड में नियमों को ताक में रखकर बसों का संचालन किया जा रहा है। इनमें ना तो डबल डोर (दो दरवाजे) मौजूद हैं, न ही आग को काबू में करने अनिशमन यंत्र लगाया गया है।हादसे के दौरान प्राथमिक चिकित्सा उपलब्ध कराने फर्स्टएड बाक्स भी ज्यादातर वाहनों में मौजूद नहीं रहता। कई बसों में तो दूसरा दरवाजा ही गायब है।किराए के मुताबिक यात्रियों को जरूरी सुविधाएं नहीं दी जा रही हैं।किसी बस में खिड़कियों के कांच फूटे है तो कई बसों में फस्टएंड बाक्स के नाम पर खाली डिब्बा लटका दिया गया है।अभिशमन यंत्र भी नाममात्र के लिए इक्का दुक्का बसों में लगाए गए हैं।कमियों को दूर करने की बजाए पकड़े जाने पर बस संचालक तरह तरह के बहाने बताकर जिम्मेदारियों से बच निकलते हैं।इसका खामियाजा हादसों के दौरान मुसाफिरों को अपनी जान देकर चुकाना पड़ता है।वहीं डीजल के दाम कम होने के बाद भी यात्रियों को किराए में कोई रियायत नहीं दी जा रही है।यात्रियों से मनमाना किराया संचालकों द्वारा वसूला जा रहा है।परिवहन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि यात्री बसों की नियमित जांच की जाती है। कमियों मिलने पर संबंधित बस संचालकों पर जुर्माने की कार्रवाई की जाती है। ऐसे में रसूखदार बस मालिक सरकारी नियमों को दरकिनार कर नौसिखिये चालकों से बसो का संचालन करा रहे हैं ऐसे में यात्री जान जोखिम में डालकर सफर करने को मजबूर है l एआरटीओ सोमलता यादव ने बताया कि अभियान चलाकर अधूरे मानकों वाली बसो की जाॅच की जायेगी अनिमितताए मिलने पर कड़ी कार्रवाई की जायेगी l
*बसूल रहे मनमाना किराया*
भोगनीपुर से दिल्ली जयपुर राजस्थान शहरों के लिए नियमित सैकड़ों लोग सफर करते हैं सरकारी बसे सीमित होने से मुसाफिरों को मजबूरन प्राइवेट डबल डेकर बसों से यात्रा करनी पडती है ऐसे में प्राइवेट बस चालक मनमाना किराया बसूल रहे हैं l बस मालिकों ने एआरटीओ से संस्तुति के बाद जगह जगह अनअधिक्रत काउंटर खोल रहे हैं यात्रा करने वाले मुसाफिरों को काउंटर से बाकायदा किराया स्लप दी जा रही है कई यात्रियों ने बताया कि स्लीपर बस में टिकट बुक करने से पहले सीट और कुछ और बताया जाता है बस पर चढ़ने पर बाद किराया में बढोत्तरी कर दी जाती है ऐसे में कई बार झगड़ा फसाद होता है l