*सुदर्शन टुडे संवाददाता बी.एल.सूर्यवंशी काछीबड़ौदा 7067375250*
*काछीबड़ौदा ( धार )* -स्कूल शिक्षा विभाग मध्यप्रदेश शासन ने अध्यापकों कि एमपी एजुकेशन पोर्टल पर वरिष्ठता सूची जारी की है इन सूचियों में सबसे विवादास्पद प्रथम नियुक्ति दिनांक का मामला सामने आया है। इसमें सब अपने-अपने तर्क दे रहे है।सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार तो कोई कहता है कि आपकी प्रथम नियुक्ति दिनांक नही, आपकी विद्यालय की ज्वाइनिंग दिनांक होगा। अतः प्रथम नियुक्ति दिनांक में कही गड़बड़ है तो उसे सुधारकर नियुक्ति आदेश का दिनांक लिखे। वरिष्ठता सूची में दूसरी भारी गड़बड़ प्रथम नियुक्ति के पद को लेकर है। इस काॅलम में अध्यापक लिखा है। जबकि वास्तव में मूल नियुक्ति का पद शिक्षाकर्मी- 1,2,3 या संविदा शाला शिक्षक- 1,2,3 एवं उच्च माध्यमिक शिक्षक,माध्यमिक शिक्षक या प्राथमिक शिक्षक होना चाहिए था।
वरिष्ठता सूची में तीसरी भारी गड़बड़ जिन्होने नवीन संवर्ग स्वीकार नही किया है और मूलरूप से वरिष्ठ अध्यापक, अध्यापक और सहायक अध्यापक बने हुए है उनके नाम वरिष्ठता सूची में नही है।
आजाद अध्यापक शिक्षक संघ म.प्र.के प्रदेश अध्यक्ष भरत पटेल ने अधिकारीयो व मध्यप्रदेश सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि इसमे जूनियर का नाम सीनियर से पहले आ रहे है इसके अलावा और भी भारी गड़बड़ वरिष्ठता सूची में है। मूल पद वालो को कनिष्ठ और पदोन्नत को वरिष्ठ बता दिया गया है। किसी प्रकार की त्रुटि होने पर आवश्यक कागजादो के साथ त्रुटि सुधार हेतु संकुल के माध्यम से प्रयास किया जावे। प्रदेश अध्यक्ष भरत पटेल ने बताया कि वरिष्ठता सूची में त्रुटिया उच्च अधिकारियों द्वारा की गई है। ताकि दो-तीन माह हम लोग इसी में उलझे रहे और अपनी मूलभूत समस्याओ से उदासीन हो जाए। विगत छः वर्षो से शासकीय अध्यापको का शोषण किया जा रहा है। अधिकारीयो व मध्यप्रदेश शासन वरिष्ठता सूची को लेकर प्रदेश स्तर पर ऑनलाईन द्वारा आवेदन लिए जाकर एवं ऑनलाईन द्वारा वरिष्ठता सूची शीघ्र जारी करने की मांग की है।