सुदर्शन टुडे संवाददाता ओमप्रकाश राठौर बोड़ा पत्रकार
बोड़ा:- नगर सहित क्षेत्र में मार्ग किनारे खुलेआम मांस व मछली की बिक्री की जा रही है। इससे गंदगी फैलने के साथ ही पर्यावरण प्रदूषण व लोगों के स्वास्थ्य पर विपरीत असर पड़ रहा है। इस गंभीर समस्या को लेकर कोई उचित कार्रवाई नहीं की जाती है। मंगलवार को नगर में साप्ताहिक हाट बाजार होने से इन दुकानों पर भीड़ देखी गई। शासन के आदेश के बाद भी दुकानदारों द्वारा धड़ल्ले से मांस, मछली व अंडे की बिक्री खुलेआम की जा रही है।
विधानसभा चुनाव के बाद मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव द्वारा जारी आदेश में खुले में मांस-मछली की बिक्री पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगाया गया था। इसके बाद नगर पालिका द्वारा मुनादी कर क्षेत्र में खुले में मांस, मछली विक्रेताओं को सूचित कर नियमों का सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए थे, लेकिन अभी तक नगर सहित क्षेत्र में निर्देशों का कोई पालन नहीं किया जा रहा है। खुलेआम मांस, मछली व अंडे के विक्रेता द्वारा धड़ल्ले से बिक्री की जा रही है। खुले में बिक्री करने से मंदिरों के पुजारियों के साथ ही भगवान के दर्शन करने के लिए आने-जाने वाले भक्तों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।नवीन सरकार के अस्तित्व में आने के बाद इस मामले में कुछ उम्मीद जागी थी, लेकिन लगता है सरकार के प्रयास भी नाकामयाब साबित हो रहे हैं। नगर के बड़ा पुल, पुरानी नगर परिषद रोड़,नदी किनारे मोहल्ले में, शासकीय अस्पताल रोड़, अंधेरियां बाघ माता मंदिर रोड़,मार्ग सहित कई स्थानों पर मांस की खुले में बिक्री हो रही है, जिससे आए दिन लोग विभिन्न समस्याओं का सामना करते हुए कई बीमारियों के शिकार होते हैं।प्रशासनिक अधिकारियों ने किया था निरीक्षण,नहीं हुआ असर नगर में सरकार के नवीन आदेश के बाद अधिकारियों द्वारा नगर में खुले में बिक रहे अंडे वा मांस की दुकानों का निरीक्षण कर समझाइश दी थीं, लेकिन कुछ दिनों बाद दुकानदार पुनः खुले में अवैध रूप से मांस-मछली की बिक्री करते दिखाई दे रहे हैं। शीघ्र ही प्रशासनिक अमले द्वारा नगर भ्रमण कर दुकानदारों को चेतावनी देने के साथ ही समझाइश देकर खुले में बिक्री करने पर लगाम लगाने की दरकार है।
इनका कहना है
में दिखवाता हू।
विराट अवस्थी तहसीलदार