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मध्य प्रदेश

राठौर समाज के भव्य प्राण- प्रतिष्ठा महोत्सव के दौरान दुनिया में खुशहाली के लिए संगम की रेत पर चल रहा पागल बाबा का अनोखा तप

सुदर्शन टुडे संवाददाता दिनेश तिवारी सीहोर

सीहोर। बुधवार से शहर के गंज स्थित राठौर पार्क में जारी राठौर क्षत्रिय समाज द्वारा निर्मित श्रीराम जानकी मंदिर में श्री राम दरबार एवं श्री शिव परविार की प्राण-प्रतिष्ठा के महोत्सव में जिले भर में अपनी तप की साधना के लिए प्रसिद्ध पागल बाबा खुशहाली और शांति के लिए विशेष अनुष्ठान कर रहे हैं। नंगे बदन तपती धूप में रेत पर बैठ कर धूनी रमाए अपना शरीर तपा रहे हैं। उनकी इस साधना और तप का एक ही मकसद है। क्षेत्र में सुख-समृद्धि का वास रहे। इस मौके पर मौजूद श्रद्धालुओं को उन्होंने संदेश देते हुए कहा कि भगवान श्रीराम की धून में रमने पर आपके सभी संकल्प पूर्ण होगे।

कार्यक्रम के अध्यक्ष समाजसेवी रुद्रप्रकाश राठौर ने बताया कि बुधवार से आरंभ हुए भव्य महोत्सव के प्रथम दिवस प्रात:काल जोड़ों के द्वारा यज्ञाचार्य पंडित महादेव शर्मा राठौर समाज के पुरोहित के द्वारा विप्रजनों के द्वारा विशेष वेद मंत्रों के द्वारा हेमाद्रि प्रायश्चित संकल्प का आयोजन किया गया था। वहीं सुबह पार्क के भव्य मैदान पर तपती धूप में सूर्य की पहली किरण के साथ ही पागल बाबा ने तप आरंभ कर दिया। सीता-राम की मधुर धून के साथ ही भजन कीर्तन का आयोजन किया जा रहा था। पागल बाबा ने यहां पर आए श्रद्धालुओं को बताया कि राम नाम जपने वाला बहुत निडर हो जाता है। वह अन्याय नहीं करता और अन्याय करने वालों से डरता भी नहीं है। राम नाम जपने वाला हानि व लाभ से भी निर्भय रहता है। यह तभी होता है, जब राम नाम का जाप भक्ति भावना से भरपूर होकर किया जाए। उन्होंने कहा कि भावना से राम सिमरन करने वाला बड़ा कोमल हो जाता है। फूल की भांति उसके मस्तक में खिलावट आ जाती है। माता-पिता, देश और समाज की निष्काम सेवा का भाव भावना सहित राम नाम जपने से आता है। अपने जप-तप करने का अभिमान कभी नहीं करना चाहिए, क्योंकि किसी को दान देने की और अपनी की हुई सेवा की चर्चा करना अहंकार का अंश ओछापन अभिमान होता है। जैसे हाथी सुई के छिद्र से पार नहीं पा सकता, ऐसे ही अभिमान भरा मनुष्य भक्ति द्वार को लांघ नहीं सकता। अपने धन का, कीर्ति का, ज्ञान का व बुद्धि का भगवान श्रीराम के आगे समर्पण करें। अपने गौरव, अभिमान आदि को मारकर ही श्री राम के मार्ग पर बढ़ पाएंगे। समर्पण के बाद ही श्री राम की कृपा मिलती है। आध्यात्मिक जगत में तो समर्पण बहुत ही आवश्यक है। उन्होंने कहा कि राठौर समाज के द्वारा भव्य निर्मित मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा का कार्य शुभारंभ किया गया है। यह सभी के कल्याण के लिए।
भव्य कलश यात्रा में उमड़ा आस्था का सैलाब
वहीं बुधवार की शाम को शहर के गंज से राठौर समाज के द्वारा भव्य कलश यात्रा निकाली गई। जिसका क्षेत्रवासियों ने भव्य स्वागत किया। गुरूवार को मण्डल देवता आव्हान, स्थापन, पूजन देवपूजन एवं अग्नि स्थापन एवं एवं समस्त विग्रह का जलादिवास, शुक्रवार को देवपूजन एवं अग्रि स्थापना एवं विग्रह का अन्नादिवास होगा। शनिवार को देवपूजन एवं विग्रह पत्रपुष्प फलादिवास किया जाएगा। रविवार को देवपूजन एवं विग्रह का मिष्ठान,घृत शकररादिवास किया जाएगा। सोमवार को देवपूजन एवं विग्रह का हिरण्यद्रव्य महास्नान शैयादिवास किया जाएगा। मंगलवार को देवपूजन एवं पूर्णाहुति विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा महाआरती की जाएगी।
हजारों की संख्या में श्रद्धालु रहेंगे उपस्थित
कार्यक्रम अध्यक्ष श्री राठौर ने बताया कि यज्ञ आचार्य पंडित महादेव शर्मा के सानिध्य में और श्री श्री 1008 पागल बाबा के आशीर्वाद से महा आयोजन किया जा रहा है। आयोजन की व्यवस्थाओं को लेकर क्षत्रिय राठौर समाज के द्वारा ते 23 समितियों का गठन किया गया है प्रत्येक समिति में 50 सदस्यों को शामिल किया गया है। महा आयोजन में देशभर से 10, हजार से अधिक राठौर समाज जन सम्मिलित होंगे। नव कुंडीय प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में 189 यजवानों के द्वारा यज्ञ मैं आहुतियां दी जाएंगी। प्रतिदिन 27 जोड़े यज्ञशाला में बैठेंगे। प्राण प्रतिष्ठा महा आयोजन में शहर के सभी संत और ब्राह्मण जन श्रीमद् भागवत कथा श्री राम कथा वाचक सम्मिलित होंगे।

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