सुदर्शन टुडे गंजबासौदा (नितीश श्रीवास्तव) //
रविवार शाम को स्थानीय वात्सल्य पब्लिक स्कूल में वार्षिक सांस्कृतिक दिवस आयोजित हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ बाल संरक्षण आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित एवं माल्यार्पण कर किया। इस अवसर पर क्षेत्रीय विधायक श्रीमती लीना जैन, नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती शशि अनिल यादव, भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष, जनपद पंचायत अध्यक्ष श्रीमती नीतू देवेन्द्र सिंह रघुवंशी एवं विश्व हिन्दू परिषद के केन्द्रीय सह मंत्री राजेश तिवारी, समाजसेवी राजेश माथुर, नप उपाध्यक्ष संदीप ठाकुर, पूर्व नपा अध्यक्ष श्रीमती मधुलिका अग्रवाल, नरेन्द्र खडेर एवं भाजपा नेता संदीप डोंगर सिंह विदिशा, पूर्व व्यापार महासंघ अध्यक्ष राजेश जैन, क्रिकेट कोच महेश हटकर विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। विद्यालय की संचालक देवना अरोरा, मुकेश सिंह राजपूत, डॉ. रानू राजपूत, प्रतीक कोहली एवं रूचिरा अरोरा ने समस्त अतिथिगणों को पुष्पगुच्छ भेंट कर उनका स्वागत किया।
इस अवसर पर विद्यालय के छात्र–छात्राओं ने एक्शन सांग, सी-सांग, रामायण, नेचर सांग, आदि संगीत की प्रस्तुति, गरबा, राधा कृष्ण व राष्ट्रीय एकता को प्रदर्शित करते हुए आदि धार्मिक एवं सांस्कृतिक प्रस्तुतियां देकर सबका मन मोह लिया। इस कार्यक्रम के आयोजन के अवसर पर मुख्य अतिथि प्रियंक कानूनगो ने अपने उद्गार व्यक्त करते हुए कहा कि स्वतंत्रता प्राप्ति के समय मैकाले ने अपनी जिस शिक्षा पद्धति को भारतीय संस्कृति पर थोपा व हमारी संस्कृति पर आक्रमण किया। उससे बाहर निकलते हुए हमने अपनी भारतीय संस्कृति व चाणक्य नीति को पुनः स्थापित किया और यह उदाहरण आज यहां वात्सल्य पब्लिक स्कूल में देखने को मिला। निश्चित रुप से हम इस तरह से अपने बच्चों को सही शिक्षा व संस्कार देने व संस्कारों से भारत का नवनिर्माण करने में सफल होंगे। राजेश तिवारी एवं अन्य मंचासीन अतिथियों ने अपने उद्बोधन में कहा कि वात्सल्य विद्यालय प्रबंधन ने शहर के ग्रामीण क्षेत्र में इस विद्यालय को स्थापित कर यहां के बच्चों को अंग्रेजी माध्यम से शिक्षा प्रदान करने का अच्छा विकल्प प्रस्तुत किया है, निश्चित रूप से आगामी भविष्य में यह विद्यालय प्रथम सोपान पर होगा।
कार्यक्रम के अंत में देवना अरोरा एवं मुकेश सिंह राजपूत ने सभी अतिथगणों एवं छात्र-छात्राओं के अभिभावकगणों के प्रति आभार माना एवं धन्यवाद प्रकट किया।