सुदर्शन टुडे न्यूज़ ब्यूरो चीफ खरगोन
खरगोन जिले की सबसे बड़ी नदी जो कि कुंदा नदी के नाम से प्रसिद्ध है जो सिरवेल महादेव से निकलते हुए कई गांव के कंठो को तर करते हुए खरगोन की ओर आती है मगर इसी बीच में खरगोन के साथ-साथ कई गांव की गंदगी भी कुंदा नदी में बहाकर लाती है और खरगोन के वासी इसी नदी का पानी पीते हैं जिसका बैराज संतोषी माता क्यों वहां बना है मगर खरगोन में कुदा की ऐसी हालत है कि कई नालियां और कई ड्रेनेज का गंदा पानी कुंदा नदी में बहता हैं यह वही कुंदा नदी है जहां पर कइ सस्थाओ ने साफ सफाई के अभियान चले हैं विधायकों ने नाव चलाने की बात कही है मगर आज आप देखने जाओगे तो जलकुंभी घास गंदगी के अलावा कुछ नहीं है और ऐसा ही रहा तो कुंदा कब नाले में तब्दील हो जाएगी पता ही नहीं चलेगा खैर सरकार ने करोड़ों रुपए खर्च कर अंडर ग्राउंड लाइन सेंसन की है और काम भी चला है मगर वर्तमान में आला अधिकारी ऐसी और पंखों में बैठकर अपने वर्तमान को सुखमय बिताने में लगे हैं मगर अपने बच्चों का भविष्य को खतरे में डालने में कोई कसर नहीं छोड़ते समय-समय पर सामाजिक संगठन है जो कुंदा नदी को साफ सफाई की है मगर अखबार की सुर्खियां बटोरने के बाद किसी ने भी जीवनदायिनी की ओर मुड़ कर नहीं देखा देखते हैं खबर लगने के बाद कुछ होता है या फिर राम तेरी गंगा मैली जैसी कहानी चलती है