*जनपद सीईओ आठनेर ने 3 सदस्य जांच दल का गठन कर जारी किया आदेश*
*शिकायतकर्ताओ की मांग पर उपयंत्री सचिन वास्केल को जांच दल में नहीं मिला स्थान*
आठनेर/मनीष राठौर
जनपद पंचायत आठनेर द्वारा ग्राम पंचायत धामोरी के विकास कार्यों में हुई अनियमितता भ्रष्टाचार के संबंध में कई मुद्दों पर उपसरपंच वाडेकर के नेतृत्व में ग्रामीणों ने जिला मुख्यालय पहुंचकर 29 नवंबर 2022 को लिखित शिकायती आवेदन जिला पंचायत में दिया गया था। जिसके बाद जिला पंचायत से प्राप्त पत्र के आधार पर जनपद पंचायत आठनेर सीईओ ने 19/12/2012 को पत्र क्रमांक जनपद पंचायत/ शिकायत / 2022 /2096 के तहत आदेश जारी करते हुए तीन सदस्यी जांच दल का गठन किया गया।
*15 दिवस में जांच पूरी करने के आदेश*
बता दे कि ग्राम पंचायत धामोरी के ग्रामीणो द्वारा पंचायत सचिव / सरपंच के विरूद्ध प्रस्तुत शिकायत पत्र दिनांक 05/12/2022 की बिन्दुवार जांच किये जाने हेतु निम्नानुसार जांच दल का गठन किया जाता है। जांच दल द्वारा नियमानुसार ग्राम पंचायत मे उपस्थित होकर प्राप्त शिकायत की निष्पक्ष जांच कर अपने संयुक्त हस्ताक्षर से जांच रिपोर्ट स्पष्ट अभिमत सहित कार्यालय को 15 दिवस के भीतर प्रस्तुत करेंगे।उक्त आदेश के साथ जांच दल में 1. प्रेम कुमार पानकर खण्ड पंचायत अधिकारी (जांच अधिकारी) , 2. विवेक तुमराम सहायक यंत्री (तकनीकी अधिकारी) , 3. विजय उईके उपयंत्री (सहायक) का गठन किया गया है।
*उपयंत्री सचिन वास्केल पर शिकायत कर्ताओं को क्यों नहीं भरोसा ?*
मिली जानकारी के आधार पर जनपद पंचायत आठनेर में पदस्थ उपयंत्री सचिन वास्केल पहले भी भ्रष्टाचार के मामलों में कई बार मीडिया की सुर्खियों में आ चुके हैं। धामोरी के ग्रामीणों की माने तो बताया कि उपयंत्री सचिन वास्केल भ्रष्टाचार के कई मामलों में अखबारों की सुर्खियों में आ चुके हैं। और हमने भी उनके निर्माण कार्य देखे हैं किस तरह से निर्माण कार्यों को अंजाम देते हैं और उसका वैल्यूएशन कर पंचायत सचिव और सरपंच को राशि का आहरण करने के लिए कहा जाता है। अखबारों में छपी खबरों के आधार पर भी आज तक उन पर या उनके द्वारा कराए गए निर्माण कार्यों की कोई कोई जांच या कार्रवाई नहीं होती सामने आई। क्योकि वह बाहर ही सारा मामला सेटलमेंट करने पर ज्यादा विश्वास रखते हैं। तो जांच दल में सम्मिलित होने के बाद न्याय की कोई उम्मीद नहीं रह जाती। इसीलिए धामोरी के उपसरपंच एवं ग्रामीणों ने लिखित रूप में उपयंत्री सचिन वास्केल को जांच में सम्मिलित नहीं किए जाने की मांग की गई थी। ग्रामीणों की मांग के आधार पर उपयंत्री सचिन वास्केल को जांच दल में स्थान नहीं दिया गया। उपसरपंच वाडेकर धामोरी की माने तो पहले भी उन्होंने मीडिया को बताया था। कि सरपंच और सचिव उपयंत्री सचिन वास्केल के साथ मिले हुए हैं। इसीलिए हमने उपयंत्री सचिन वास्केल को जांच दल से अलग रखने के लिए लिखा गया था। ताकि जांच प्रभावित ना हो सके।