राहुल गुप्ता की रिपोर्ट
राजपुर-: हिंदू धर्म में कार्तिक मास का काफी अधिक महत्व है। क्योंकि इस माह में कई बड़े व्रत त्योहार आते हैं। इसी तरह कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को अक्षय नवमी या आंवला नवमी के नाम से जानते हैं। इस दिन भगवान विष्णु के साथ आंवले के पेड़ की विधिवत पूजा की जाती है। माना जाता है कि इस आंवले के पेड़ में श्री हरि विष्णु वास करते हैं। इसी कारण अच्छे स्वास्थ्य और सुख-समृद्धि के लिए आंवले के पेड़ की पूजा करते हैं। इसके साथ ही सपरिवार पेड़ के नीचे बैठकर सात्विक भोजन करते हैं। माना जाता है कि इस दिन आंवला के पेड़ की पूजा करने के साथ-साथ इस व्रत कथा का पाठ अवश्य करना चाहिए। ऐसा करने से भगवान विष्णु के साथ-साथ मां लक्ष्मी अति प्रसन्न होती हैं। आइए जानते हैं आंवला नवमी की व्रत कथा। वही राजपुर की प्राइम एकेडमी में शिक्षिकाओ ने पूजन कर सात्विक भोजन किया इस कार्यक्रम में संगीता मंडलोई,रश्मि कुशवाह,सोनम गुप्ता, संगीता सोलंकी,निराला मेम ,हर्षिता, स्वाति,पांचाल मेम, मानपुरे मेम ,रेखा मेम सहित अन्य महिलाएं उपस्थित रही।
प्राइम एकेडमी स्कूल में महिलाओं ने किया आंवला नवमी पर आंवला के व्रक्ष का पूजन किया संग भोज
राहुल गुप्ता की रिपोर्ट
राजपुर-: हिंदू धर्म में कार्तिक मास का काफी अधिक महत्व है। क्योंकि इस माह में कई बड़े व्रत त्योहार आते हैं। इसी तरह कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को अक्षय नवमी या आंवला नवमी के नाम से जानते हैं। इस दिन भगवान विष्णु के साथ आंवले के पेड़ की विधिवत पूजा की जाती है। माना जाता है कि इस आंवले के पेड़ में श्री हरि विष्णु वास करते हैं। इसी कारण अच्छे स्वास्थ्य और सुख-समृद्धि के लिए आंवले के पेड़ की पूजा करते हैं। इसके साथ ही सपरिवार पेड़ के नीचे बैठकर सात्विक भोजन करते हैं। माना जाता है कि इस दिन आंवला के पेड़ की पूजा करने के साथ-साथ इस व्रत कथा का पाठ अवश्य करना चाहिए। ऐसा करने से भगवान विष्णु के साथ-साथ मां लक्ष्मी अति प्रसन्न होती हैं। आइए जानते हैं आंवला नवमी की व्रत कथा। वही राजपुर की प्राइम एकेडमी में शिक्षिकाओ ने पूजन कर सात्विक भोजन किया इस कार्यक्रम में संगीता मंडलोई,रश्मि कुशवाह,सोनम गुप्ता, संगीता सोलंकी,निराला मेम ,हर्षिता, स्वाति,पांचाल मेम, मानपुरे मेम ,रेखा मेम सहित अन्य महिलाएं उपस्थित रही।