बैतूल/मनीष राठौर
शाहपुर – नेशनल हाइवे 69 माचना पुल के रास्ते रेत के ओवरलोड वाहन सड़कों पर धड़ल्ले से फर्राटा भर रहे हैं। इन वाहनों के बेरोकटोक संचालन से वर्षा के इस मौषम क्षेत्र की सड़कों की दुर्दशा हो रही है। ग्रामीण क्षेत्र की भी प्रधानमंत्री सड़को का इन डम्फरो ने अस्तित्व खत्म कर दिया । बड़े बड़े गड्डो में वर्षा का पानी भरा है आलम यह है कि सड़क पर कई-कई फीट गहरे गड्ढे बन गए हैं, जिस कारण ग्रामीण लोग हादसों के शिकार होकर जख्मी हो रहे हैं। लेकिन, अधिकारी इससे अनजान बने बैठे हैं।
इन दिनों रेत का खनन चल रहा है या फिर स्टॉक से रेत के ओवरलोडिंग वाहनों का खेल, इस बारे में तो कुछ कहा नहीं जा सकता है, लेकिन इन ओवरलोड वाहनों के कारण माचना पुल एवँ सड़कों की हालत दिनोंदिन बत्तर होती जा रही है। माचना पुल के रास्ते से रेत के ओवरलोड डंफर व ट्रक धड़ल्ले से सड़कों पर फर्राटा भर रहे हैं अधिकतर वाहन इसी पुल से होकर गुजरते हैं। यह पुल ब्रिटिश सरकार के शासन में बना था देश आजाद होने के पहले अंग्रेजों ने इस पुल का निर्माण किया था
धपाड़ा का पुल एवम धपाड़ा रोड के क्षतिग्रस्त होने का मुख्य कारण रेत के डंपर है जो रोजाना सेकडो की तादात में गांव कि प्रधानमंत्री सड़क योजना को चौपट कर चुके हे ग्रामीणों एवं स्कूली छात्र-छात्राओं द्वारा सोमवार को सारे डंपर को रोककर रेट कंपनी के जीएम से रोड पर कंक्रीट डालने की माग की गई थी जिसे कंपनी का जीएम द्वारा आश्वासन भी दिया गया था
जवाबदार अधिकारियों का क्या कहना एसडीएम अनिल सोनी का कहना है कि ओवरलोड डंफर पाए जाते हैं तो उन पर कार्रवाई की जाएगी शाहपुर टीआई शिवनारायण मुकाती का कहना है कि ओवरलोड डमफरो पर शासन द्वारा जो कार्रवाई बनती है वह की जावेगी