सुदर्शन टुडे के लिए खरगोन से शाहिद खान की रिपोर्ट
धार्मिक नगरी की अपनी एक अलग पहचान है। इस पहचान को कायम रखते हुए विकास कार्य किये जायेंगे। इस नगर की ख्याति ऐतिहासिक, धार्मिक और यहां के बुनकरों के कारण है। इसी स्वरूप में इसका विकास किया जाएगा। शनिवार को नगर के रिट्रीट होटल में कलेक्टर श्री कुमार पुरुषोत्तम ने महेश्वर के स्टेक होल्डर्स के साथ चर्चा करते हुए उनके महेश्वर नगर के विकास के लिए विचार जाने। बैठक के प्रारम्भ में ही कलेक्टर श्री कुमार ने मौजूद स्टेक होल्डर्स और अधिकारियों से कहा कि इस बैठक का उद्देश्य महेश्वर का इंटिग्रेटेट मास्टर बन जाये तो इसके विकास का काम प्रारम्भ किया जाए। महेश्वर में विकास का बेतरतिब नहीं बल्कि ठोस प्लान बनाना होगा। बैठक में मौजूद रहे गाइड, नाविक, बुनकर, ऑटो, टैक्सी, होटल, फोटोग्राफर यूनियन, महेश्वर विकास समिति और आवासीय संघ के सदस्यों ने नगर की समस्याएं और विकास को लेकर खुलकर अपने बिंदु सुझाए। बैठक में जिला पंचायत सीईओ श्री दिव्यांक सिंह, एसडीएम दिव्या पटेल, एसडीओपी श्री मनोहर गवली, तहसीलदार, सीईओ श्री मोहन वास्कले सहित सम्बंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
विकास कार्याें से रोजगार प्रभावित नहीं होगा, 6 माह में इससे बेहतर होगा महेश्वर
बैठक में स्टेक होल्डर्स के विचार और योजना सुनने के बाद कलेक्टर श्री कुमार ने कहा कि नागरिकों के हित में ही काम होगा। अब यहां सब सुविधाजनक होगा। जिससे यहां आने वाले पर्यटक अच्छा अनुभव कर सके। महेश्वर के बारे में सही सही सूचना मिलेगी, घूमने का बेहतर अनुभव भी होगा, ट्रॉफिक भी बेहतर होगा और गन्दगीमुक्त होगा। कलेक्टर श्री कुमार ने सभी स्टेक होल्डर्स से कहा कि 6 माह में ही महेश्वर आज से बेहतर नजर आएगा। महेश्वर के विकास में साडा की भूमिका नजर आएगी। जो राशि स्वीकृत है अभी तो उसी से कई काम किये जायेंगे। कलेक्टर श्री कुमार ने स्टेक होल्डर्स से कहा कि विकास कार्यों से रोजगार प्रभावित नहीं होगा, सभी को बेहतर सुविधाएं मिलेगी।
एसडीएम को प्रो एक्टिव होना होगा, एसडीओपी ट्राफिक की योजना बनाएं और अमल में लाये
बैठक में स्टेक होल्डर्स के विचार जानने के बाद कलेक्टर श्री कुमार ने एसडीओपी से कहा कि महेष्वर में यातायात व्यवस्था की कार्ययोजना बनाये और उसको अमल में लाये। सीएमओ शहर को स्वच्छ बनाये। साथ ही एसडीएम से कहा कि अब प्रो एक्टिव होकर कार्य करे। महेश्वर के विकास में राशि आवंटन पर कलेक्टर श्री कुमार ने कहा कि पर्यटन विभाग को स्वीकृत राशि के अलावा साडा से कार्य किए जाएंगे। विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण (साडा) के सहयोग से महेश्वर विकास में कई कार्य हो सकते हैं।
स्टेक होल्डर्स ने ये रखें सुझाव
बैठक के प्रारम्भ में ही मौजूद स्टेक होल्डर्स से नगर के विकास में बाधा और आवश्यक व्यवस्थाओं के बारे में विचार रखे। इस दौरान पत्रकार विवेक जैन ने कहा कि यहां पर्यटक बड़ी संख्या में जरूर आते हैं लेकिन 3 से 4 घंटे में चले जाते है। इसिलिए यहां जू का प्लान होना चाहिए साथ ही आसपास के क्षेत्रों में बने तालाबो में बोटिंग आदि के बारे में विचार रखें। कलेक्टर श्री कुमार ने श्री जैन से लिखित में भी मांगा। बुनकर श्री अंसारी ने महेश्वर साड़ी उद्योग के लिए बड़े प्रोजेक्ट, इतिहासकार ने पुराने लोगो की समिति बनाने जो महेश्वर के इतिहास के विषय मे सही जानकारी दे सके। वसुधा संस्था की कुशवाह ने महिलाओं की दृष्टि से स्वछता तथा फीडिंग सेंटर और सहायता नम्बर, आवासीय संघ ने संग्रहालय, प्रदर्शनी, लाइट एंड साउंड, बुनकर विपिन जी ने जीआई के उपयोग के लिए बुनकरों को जोड़ने में सहयोग और बुनकरों की कॉलोनी बनाने तथा नाविक संघ ने किले की रिपेयरिंग और धरोहरों के रखरखाव के बारे में अवगत कराया। गाइड संघ द्वारा पूर्व में लिखित में दिए गए 16 बिन्दुओ के बारे में आग्रह किया। कलेक्टर श्री कुमार ने गाइड संतोष से कहा कि बिंदु वैलिड है, सभी पर काम होगा।
नगर का निरीक्षण
बैठक के बाद कलेक्टर श्री कुमार ने मुख्य अधिकारियों के अलावा पर्यटन विभाग के कार्यपालन यंत्री श्री डीएस पाटीदार को लेकर नगर और घाटों का निरीक्षण कर आवश्यक सुविधाओं के बारे में बताया। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर श्री कुमार ने ग़ांधी चौक के पास कॉर्नर के पास में आई हेल्प यू सेंटर बनाने की बात कही जहां छोटा सा कियोस्क सेंटर भी स्थापित होगा। इसके बाद घाट के रास्ते मे मंदिर तक पथ वे बनेगा जो शेड युक्त होगा, जिससे छांव का अहसास हो सके जो देखने एम भी आकर्षक हो। सभी घाटों पर उचित स्थानों पर शौचालय बनेंगे जिन्हें एनयूएलएम या एनआरएलएम द्वरा संचालित किया जाएगा।
सरकारी जमीन पर ऊँचाई पर बनेगा कैफेटेरिया
निरीक्षण के दौरान घाट से ऊपर की ओर झाड़ियों में छोटी सी ऊँची पहाड़ी पर कैफेटेरिया स्थापित करने के भी निर्देश दिए है। इसके लिए तहसीलदार एसडीएम और पर्यटन विभाग से समन्वय करके आवश्यक व्यवस्था देखेंगे। साथ ही मुख्य घाट से रिट्रीट होटल तक नर्मदा किनारे पथ वे बनाने के भी निर्देश दिए।
जगन्नाथ मंदिर के पास से गुजरेगा पाथ वे, बन सकता है झूले वाला पुल
बैठक के बाद नगर और घाटों के निरीक्षण पर पहुँचे कलेक्टर श्री कुमार ने भगवान जगन्नाथ मंदिर के पास बने घाट के बारे में कहा कि काशी में ऐसे ही घाट है। इसलिए इन्हें भी चौड़े किये जा सकते हैं। साथ ही इस घाट से मुख्य घाट को जोड़ते हुए रिट्रीट होटल तक पाथ वे बने। वही माहेश्वरी नदी पर झूले वाला पुल बनाया जा सकता है। जो कालेश्वर और जालेश्वर मंदिर को जा सकता है।
पहले योजना स्वीकृत करवाओ
नगर निरीक्षण के बाद कलेक्टर श्री कुमार रेशम उद्योग केंद्र के अवलोकन के लिए पहुँचे। यहां सहायक संचालक श्री एके पटेल ने विभाग की आगामी कार्ययोजना बताई और इसके लिए भूमि की आवश्यकता के लिए बताया। लेकिन कलेक्टर श्री कुमार ने पहले योजना स्वीकृत कराने की बात करते हुए कहा कि उपयोगी भूमि 20 वर्षाें से रखें रखने से कुछ नहीं होता। इसका कही और बेहतर उपयोग किया जा सकता है। इनके बाद कलेक्टर श्री कुमार जलकोटी की ओर से सहस्त्र धारा पहुँचे। यहां राजस्व अधिकारियों को भूमि आवंटन के बारे में चर्चा कर आवश्यक निर्देश दिए।